
MP Weather News: भारतीय मौसम विभाग (IMD) के ज़ोरदार संकेतों के बीच राजस्थान और उत्तर-पश्चिमी भारत में तेज़ी से फैल रहे मानसून की लहर अब मध्य प्रदेश में दस्तक दे चुकी है। 25 जून से राज्य में कई जिलों में भारी बारिश, गर्मी में राहत और बाढ़ की संभावनाएं के मद्देनजर व्यापक संक्रमण देखा जा रहा है।
किस जिलों में चेतावनी जारी की गई?
IMD ने राज्य के 16 से अधिक जिलों में भारी बारिश का येलो एवं ऑरेंज अलर्ट जारी किया है:
- रेड/ऑरेंज अलर्ट: शिवपुरी, श्योपुरकलां, ग्वालियर, अशोकनगर, गुना, सतना, रीवा आदि जिलों में
- येलो अलर्ट: भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, रतलाम, देवास, ग्वालियर, सागर समेत 24 जिलों में
आज का खास अलर्ट: भोपाल, ग्वालियर-चंबल, सागर, रीवा-नर्मदापुरम संभागों समेत 16 जिलों में 4.5 इंच (करीब 115 मिमी) तक बारिश हो सकती है ।
इंदौर: बारिश बहाल, राह चलते लोक बिगड़े
इंदौर में मंगलवार दोपहर भारी बारिश (लगभग 47.8 मिमी/घंटा) से कई इलाकों में जलभराव हुआ, कम दृश्यता और ट्रैफिक जाम देखने को मिला, साथ ही बिजली कटौती की शिकायतें भी रहीं । मौसम विभाग ने कहा कि अगले 2–4 दिनों तक बारिश जारी रह सकती है।
बारिश के पीछे की वजह
- हाल ही में बने चक्रवातिक परिसंचरण और ट्रफ लाइन राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ से गुजर रही है
- बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से आ रही नमी बारिश को तेज कर रही है ।
आबोहवा में बदलाव: तापमान और उमस में गिरावट
- सोमवार की तुलना में इंदौर का अधिकतम तापमान लगभग 6°C नीचा (27.6°C) और न्यूनतम 22.8°C रहा — उमस भरा होने के बावजूद बारिश से राहत मिली
- भोपाल में सुबह 09:30 पर दर्ज तापमान 24°C, 100% नमी और हवाएं लगभग 5.6 किमी/घंटा थीं ।
नदी-नाले और बाढ़ की संभावना
- ग्वालियर-चंबल संभाग के नदियों और नालों में जलस्तर तेज़ी से बढ़ सकता है; आसपास के गाँव और कृषि क्षेत्र प्रभावित हो सकते हैं ।
- कुछ इलाकों में लो फ्लैश बाढ़ की चेतावनी भी दी गई है, विशेषतः अशोकनगर, गुना, शिवपुरी और श्योपुरकलां में ।
स्थानीय प्रभाव: जीवन और यातायात
- इंदौर: पानी-भरे मार्ग और ट्रैफिक जाम, कई इलाकों में बिजली गुल, तेज बारिश हुई ।
- भोपाल: पहले से वेट स्थिति बनी हुई है; पिछले 24 घंटों में 21.5 मिमी बारिश दर्ज हुई; तापमान 29°C ऊपर नहीं गया ।
क्या सचेत रहें?
- नदी-नालों के किनारे से दूर रहें – संभावित बाढ़ के लिए तैयार रहें
- भारी बारिश के दौरान बिजली उपकरणों को न छुएं, सुरक्षित स्थान से मौसम देखें
- सड़क मार्ग पर जलभराव से बचें, जरूरी हो तो जगह बदलें
- बच्चे, बूढ़ों और बीमारी से ग्रस्त लोगों को बारिश से दूर रखें
मौसम की दृष्टि से सलाह
- आगामी 3–7 दिनों तक बारिश की चाल सक्रिय रहेगी ।
- शहरों से लेकर गाँव तक लेटे हुए मौसम से एक ओर राहत का अनुभव होगा, तो दूसरी ओर बाढ़ और ट्रैफिक चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
मध्य प्रदेश में मानसून ने तेज़ी से अपना प्रभाव दिखाया है। तापमान में गिरावट और उमसभरी बारिश ने मानसून की वास्तविकता को महसूस कराया है।
हालांकि किसानों के लिए यह राहत भरा मौसम है, लेकिन साथ ही प्रशासन, बोल्डर और नागरिकों के लिए सावधानी, योजना और सतर्कता भी बेहद जरूरी हो गई है।
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