
रेल यात्रियों के लिए खुशखबरी, पेंचवैली एक्सप्रेस का विस्तार
Best Indore News: इंदौर से चलने वाली लोकप्रिय पेंचवैली एक्सप्रेस को अब यात्रियों की मांग को देखते हुए सिवनी से आगे नैनपुर तक बढ़ा दिया गया है। यह नई सुविधा 14 जुलाई 2025 से शुरू की जाएगी। पश्चिम मध्य रेलवे के निर्णय से मालवा और महाकौशल क्षेत्र के बीच रेल संपर्क और मजबूत होगा।
रेलवे के इस फैसले से न केवल सिवनी, बालाघाट और नैनपुर जैसे छोटे शहरों को फायदा मिलेगा, बल्कि इंदौर के यात्रियों को भी सीधे नैनपुर जैसे वनवर्ती इलाकों तक की सीधी कनेक्टिविटी उपलब्ध होगी।
विस्तार का शेड्यूल और ट्रेन संख्या
इंदौर से चलने वाली यह ट्रेन अब रोज़ाना नैनपुर तक जाएगी। ट्रेन संख्या और समय सारणी में भी आंशिक परिवर्तन किया गया है।
नई समय-सारणी:
- इंदौर से रवाना: रात 9:30 बजे
- सिवनी आगमन: अगले दिन दोपहर
- नैनपुर पहुंचने का समय: दोपहर 3:45 बजे
- वापसी: नैनपुर से शाम 5:15 बजे रवाना होकर अगली सुबह इंदौर पहुंचेगी
रेलवे ने बताया कि रेल मार्ग की तकनीकी जांच और स्टॉपेज टाइमिंग के अनुसार कुछ बदलाव हो सकते हैं, जिसकी जानकारी पहले से दी जाएगी।
नैनपुर: मध्यप्रदेश का ऐतिहासिक रेलवे स्टेशन
नैनपुर स्टेशन कभी एशिया का सबसे बड़ा नैरोगेज जंक्शन हुआ करता था। हाल के वर्षों में इसका ब्रॉडगेज में परिवर्तन हुआ है। यहां तक सीधी ट्रेन चलने से पर्यटन, व्यापार और स्थानीय आवागमन में बहुत सुधार होगा।
प्रमुख लाभ:
- कन्हा नेशनल पार्क आने-जाने वाले पर्यटकों को सीधा रेल संपर्क
- स्थानीय व्यापारियों को माल परिवहन में सुविधा
- आदिवासी क्षेत्रों के निवासियों को सस्ता और सुरक्षित यात्रा विकल्प
यात्रियों की मांग: इंदौर-दरभंगा सुपरफास्ट ट्रेन फिर चर्चा में
जहां एक ओर पेंचवैली एक्सप्रेस के विस्तार से रेल यात्रियों को राहत मिली है, वहीं इंदौर से दरभंगा के बीच चलने वाली सुपरफास्ट ट्रेन की पुरानी मांग फिर से जोर पकड़ रही है। इंदौर और आसपास के इलाकों में बिहार और झारखंड से आने वाले हजारों लोग कामकाज और शिक्षा के लिए रहते हैं।
“त्योहारों में टिकट मिलना मुश्किल होता है। सुपरफास्ट ट्रेन की सुविधा मिलने से हम घर जल्दी पहुंच सकते हैं।” – आकाश यादव, बिहार निवासी और इंदौर में काम करने वाले युवा
क्या है मांग की पृष्ठभूमि?
पूर्व में रेलवे ने इंदौर से दरभंगा के लिए गर्मी और त्योहार विशेष ट्रेनें चलाई थीं, जो अत्यधिक भीड़ के बावजूद भी नियमित सेवा में नहीं बदली गईं। यात्रियों और सामाजिक संगठनों ने कई बार ज्ञापन और जन-आंदोलन के जरिए इस मांग को दोहराया है।
मुख्य तर्क:
- इंदौर से बिहार के लिए सीधी ट्रेनें बहुत कम
- सुपरफास्ट या एक्सप्रेस ट्रेन से समय की बचत
- लंबी दूरी की यात्राओं में यात्रियों को राहत
- कोटा, झांसी, प्रयागराज होते हुए एक सुरक्षित मार्ग की आवश्यकता
रेलवे का पक्ष
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि नई ट्रेनों के संचालन के लिए ट्रैक क्षमता, समय स्लॉट और यात्री मांग का विश्लेषण किया जाता है।
“हम यात्रियों की मांगों को गंभीरता से लेते हैं। इंदौर-दरभंगा रूट पर प्रस्ताव विचाराधीन है। तकनीकी और व्यावसायिक अध्ययन के बाद निर्णय लिया जाएगा।” – पश्चिम रेलवे अधिकारी
यात्रियों की बढ़ती संख्या का दबाव
इंदौर रेलवे स्टेशन पर पिछले कुछ वर्षों में प्रति दिन यात्रियों की संख्या में तेज़ी से वृद्धि हुई है। विशेषकर त्योहारी मौसम में प्लेटफार्म पर भारी भीड़ होती है। इसलिए नए रूट्स और ट्रेन सेवाओं की आवश्यकता समय की मांग बन चुकी है।
राजनीतिक और सामाजिक संगठन भी हुए सक्रिय
कुछ स्थानीय जनप्रतिनिधियों और सामाजिक संगठनों ने भी रेलवे बोर्ड से अनुरोध किया है कि इंदौर-दरभंगा रूट पर नियमित ट्रेन चलाई जाए। यह रूट उत्तर भारत और मध्य भारत के सामाजिक व आर्थिक संबंधों को और मजबूत करेगा।
पेंचवैली एक्सप्रेस का नैनपुर तक विस्तार मध्य प्रदेश के दूरवर्ती इलाकों को इंदौर से जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे आम यात्रियों, पर्यटकों और व्यापारियों को सुविधा मिलेगी। साथ ही, इंदौर-दरभंगा सुपरफास्ट ट्रेन की मांग अब और भी मजबूती से उठ रही है, जिसे रेलवे को गंभीरता से लेना चाहिए।
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