12 जुलाई 2025 पंचांग और ज्योतिषीय दृष्टिकोण

(आषाढ़ कृष्ण पक्ष चतुर्थी | मंगलवार | श्रवण नक्षत्र) आज का दिन एक विशेष ज्योतिषीय ऊर्जा को दर्शाता है, जिसमें चंद्रमा मकर राशि में गोचर कर रहा है और दिन के प्रमुख भाग में श्रवण नक्षत्र प्रभावी रहेगा। श्रवण नक्षत्र, जो चंद्रमा से संचालित होता है, हमें ध्यान, विनम्रता और ज्ञान की ओर आकर्षित करता है। वज्र योग, जो आज रात्रि तक प्रभावी है, एक तीव्र और चुनौतीपूर्ण योग माना जाता है, इसलिए किसी भी बड़े निर्णय को लेने से पहले अनुभवी ज्योतिषी से परामर्श लेना उचित रहेगा। चंद्रमा की स्थिति – मकर राशि में: चंद्रमा का मकर राशि में होना व्यवहारिकता, अनुशासन और लक्ष्य केंद्रितता को दर्शाता है। यह स्थिति उन लोगों के लिए फलदायी हो सकती है जो सरकारी, प्रशासनिक या रणनीतिक क्षेत्रों से जुड़े हैं।चंद्रमा का शनि से संबंध भावनाओं में कठोरता या आत्मनिरीक्षण ला सकता है, अतः आज भावना और बुद्धि में संतुलन आवश्यक है। नक्षत्र: श्रवण (03:08 PM तक), फिर धनिष्ठा ग्रहों की चाल का प्रभाव: क्या करें – क्या न करें (ज्योतिष उपाय): क्या करें: क्या न करें: राशियों पर ज्योतिष प्रभाव: मेष: आज ऊर्जा अधिक है, लेकिन वाणी में संयम रखें। राहु भ्रम में डाल सकता है। वृषभ: बृहस्पति के कारण लाभ की संभावना है। नए निवेश के लिए दिन शुभ। मिथुन: मंगल की स्थिति सक्रियता बढ़ा रही है, पर विवादों से दूर रहें। कर्क: सूर्य और बुध के प्रभाव से मानसिक उलझन संभव। ध्यान से निर्णय लें। सिंह: वृत्ति और प्रतिष्ठा बढ़ेगी। शुक्र के कारण आकर्षण बढ़ेगा। कन्या: केतु भ्रमित कर सकता है, लेकिन ध्यान-योग से लाभ होगा। तुला: शनि के प्रभाव से कार्य धीमे होंगे, पर स्थायित्व आएगा। वृश्चिक: मंगल लाभकारी रहेगा। प्रतियोगिता में सफलता मिल सकती है। धनु: चंद्रमा 2nd भाव में – परिवार और वाणी में सुख-संवाद बना रहेगा। मकर: चंद्रमा आपकी राशि में – आत्मविश्वास बढ़ेगा, पर भावनात्मकता से बचें। कुंभ: शनि वक्री है – आत्ममंथन करें, संकल्प पर टिके रहें। मीन: राहु-चंद्र युति मानसिक उतार-चढ़ाव ला सकती है। मेडिटेशन करें 08 जुलाई 2025 का दिन चंद्रमा, श्रवण नक्षत्र, वज्र योग और मंगल के प्रभाव के कारण गहन आत्ममंथन, अनुशासन और संयम का प्रतीक है। आज के दिन जो व्यक्ति शांतिपूर्वक चिंतन करते हैं, उन्हें आंतरिक उत्तर मिल सकते हैं। इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार, आज का दिन आध्यात्मिक साधना और चंद्र शांति उपाय के लिए उपयुक्त है।
इंदौर एयरपोर्ट पर 22 लाख यात्रियों का रिकॉर्ड: 2025 में तोड़ने की ओर नए कीर्तिमान

इंदौर एयरपोर्ट की ताज़ा कहानी Best Indore News: Devi Ahilya Bai Holkar International Airport, इंदौर, मध्य प्रदेश का सबसे व्यस्ततम हवाई अड्डा, वित्तीय वर्ष 2024–25 (अप्रैल 2024–मार्च 2025) में 34,64,831 यात्रियों (3.46 लाख) को सुविधा प्रदान कर सबसे ज़्यादा यात्री संख्या का रिकॉर्ड बनाया है इसने पिछले वर्ष के मुक़ाबले 22.5% वृद्धि दर्ज की है, जबकि विमान परिचालन में 3% की वृद्धि हुई है विशेष रूप से, जनवरी 2025 में अकेले ही 3,77,207 यात्रियों ने यात्रा की—जो दिसंबर 2024 की तुलना में 57,128 यात्रियों की बढ़त है यह संकेत देता है कि इंदौर एयरपोर्ट लगातार यात्री संख्या में बढ़त पर है और संभावना है कि यह 2025–26 में 40 लाख से भी पार कर जाएगा तेज़ी से विकास: क्या बदलाव हो रहे हैं? सबसे पहले: जबरदस्त यात्री वृद्धि कारोबारी उड़ानों का विस्तार बड़े विमान को लाने के लिए तैयारी विस्तार के लिए भूमि अधिग्रहण क्यों है इतना महत्व? कारण विवरण केंद्रीय भारत में अग्रणी इंदौर एयरपोर्ट केंद्रीय भारत का सबसे व्यस्त हवाई अड्डा बन चुका है यात्री सुदृढ़ता लगातार नई उड़ानों, यात्रा मांग व विमानों की क्षमता में वृद्धि आर्थिक दिशा पर्यटन, व्यापार, MICE (Meetings) सेक्टर को मदद मिलेगी भविष्य की योजनाएँ चुनौतियाँ और चिंता विशेषज्ञ दृष्टिकोण यात्रियों की राय इंदौर एयरपोर्ट की गिनती अब केंद्रीय भारत के बेजोड़ हब के रूप में हो रही है—जहाँ यात्रा का उत्साह, विस्तार योजनाएँ और यात्री संख्याओं का हिसाब साफ-साफ बता रहा है कि आने वाले सालों में इस हवाई अड्डे की महत्ता और ज़ोर पकड़ने वाली है। इंदौर की अधिक जानकारी, हर क्षेत्र के सर्वश्रेष्ठ विकल्प और स्थानीय अपडेट्स के लिए हमारी वेबसाइट Best Indore पर जरूर विजिट करें।
इंदौर में MR-10 और स्कीम 114 में प्रॉपर्टी निवेश कितना फायदेमंद है?

इंदौर की अधिक जानकारी, हर क्षेत्र के सर्वश्रेष्ठ विकल्प और स्थानीय अपडेट्स के लिए हमारी वेबसाइट Best Indore पर जरूर विजिट करें। इंदौर में जब भी प्रॉपर्टी निवेश की बात आती है, तो दो नाम निवेशकों और गृह खरीदारों की जुबान पर तेजी से आ रहे हैं – MR-10 रोड और स्कीम 114। ये दोनों इलाके अब न केवल विकसित हो रहे हैं, बल्कि आने वाले 5–10 वर्षों में इंदौर के सबसे प्रीमियम और हाई रिटर्न देने वाले क्षेत्रों में शामिल हो सकते हैं। यह ब्लॉग आपको बताएगा कि इन क्षेत्रों में प्रॉपर्टी खरीदना क्यों एक बुद्धिमानी भरा निर्णय साबित हो सकता है। MR-10 रोड: आधुनिकता और कनेक्टिविटी का संगम MR-10 रोड विजय नगर से सुपर कॉरिडोर और बायपास तक की सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करता है।यह क्षेत्र कॉर्पोरेट ऑफिस, कमर्शियल कॉम्प्लेक्स, होटल्स और हाई-राइज़ रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट्स के लिए तेजी से विकसित हो रहा है। मुख्य विशेषताएं: स्कीम 114: व्यवस्थित और नियोजित विकास क्षेत्र स्कीम 114 इंदौर विकास प्राधिकरण द्वारा विकसित एक रिहायशी योजना है जो ग्रीन ज़ोन, गार्डन, और साफ-सुथरे इन्फ्रास्ट्रक्चर के साथ आती है।यह क्षेत्र मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए उपयुक्त होने के साथ ही निवेशकों के लिए भी भविष्य में भारी रिटर्न का वादा करता है। मुख्य लाभ: प्रॉपर्टी की वर्तमान दरें और संभावित वृद्धि क्षेत्र वर्तमान दरें (2025) संभावित वृद्धि (2028 तक) MR-10 रोड ₹3,500 – ₹6,500 / वर्गफीट 30% से 50% तक स्कीम 114 ₹2,800 – ₹5,000 / वर्गफीट 25% से 40% तक MR-10 कमर्शियल और हाई-राइज़ के लिए उपयुक्त है, जबकि स्कीम 114 रेजिडेंशियल निवेश के लिए अधिक फायदेमंद है। रेंटल इनकम और ROI इन दोनों क्षेत्रों में रेंटल इनकम की संभावनाएं लगातार बढ़ रही हैं। यह दरें निवेशकों को 6%–8% तक वार्षिक रिटर्न दे सकती हैं, जो रियल एस्टेट में अच्छी मानी जाती है। भविष्य में आने वाली सुविधाएं और योजनाएं इन्वेस्टमेंट के लिए क्यों सही समय है? निवेश सारांश – MR-10 और स्कीम 114 क्षेत्र निवेश प्रकार उपयुक्त किसके लिए मुख्य लाभ MR-10 कमर्शियल/ऑफिस स्पेस बिजनेस, रियल एस्टेट इन्वेस्टर हाई रिटर्न, मेट्रो, IT कंपनियाँ स्कीम 114 रिहायशी/प्लॉट्स फैमिली, लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर शांत वातावरण, योजनाबद्ध विकास अगर आप इंदौर में सुरक्षित, भविष्यदर्शी और लाभदायक प्रॉपर्टी निवेश की योजना बना रहे हैं, तो MR-10 और स्कीम 114 दोनों ही आपके लिए बेहतरीन विकल्प हो सकते हैं। ये क्षेत्र अगले 5 वर्षों में इंदौर के सबसे मूल्यवान और प्रतिष्ठित क्षेत्रों में शामिल हो सकते हैं। Call For Vastu Consultation इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी साहू जीउनकी वर्षों की विशेषज्ञता और वास्तु में गहराई से समझ आपके नए घर को एक सकारात्मक और शुभ शुरुआत देने में मदद करेगी। Astrologer Sahu Ji428, 4th Floor, Orbit MallIndore, (MP)IndiaContact: 9039 636 706 | 8656 979 221For More Details Visit Our Website: Indore Jyotish
मध्यप्रदेश के GMC में बनेगी देश की दूसरी मल्टी‑डिसिप्लिनरी मेडिकल रिसर्च यूनिट

MP News: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में गांधी मेडिकल कॉलेज (GMC) में एक और बड़ी उपलब्धि दर्ज होने जा रही है। यहां जल्द ही देश की दूसरी मल्टी‑डिसिप्लिनरी रिसर्च यूनिट (MDRU) की स्थापना की जाएगी। यह कदम न सिर्फ स्थानीय स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार लाने वाला है, बल्कि पूरे भारत में चिकित्सा अनुसंधान के क्षेत्र में मध्यप्रदेश की भूमिका को भी मजबूत करेगा। भोपाल: राजधानी का गांधी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) जल्द ही चिकित्सा अनुसंधान (मेडिकल रिसर्च) का एक बड़ा केंद्र बनने जा रहा है। यहां इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) के निर्देशन में देश की दूसरी ‘मेडिकल रिसर्च स्किल यूनिट’ स्थापित की जा रही है। इस तरह की यूनिट पहले पुणे में स्थापित की जा चुकी है। यह ऐसी इकाई होगी, जहां डाक्टरों को अनुसंधान की आधुनिक तकनीकों और नैतिक बारीकियों का उच्च स्तरीय प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह यूनिट भोपाल समेत राजस्थान, झारखंड, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, तेलंगाना, पंजाब, चेन्नई, मुंबई, भुवनेश्वर और पूर्वोत्तर राज्यों के चिकित्सकों के लिए भी एक महत्वपूर्ण प्रशिक्षण केंद्र के रूप में काम करेगी। जीएमसी में बनने वाली इस नई यूनिट के लिए तीन दिवसीय विशेष कार्यशाला की शुरुआत बुधवार को हुई। MDRU क्या है और क्यों है महत्वपूर्ण? MDRU यानी मल्टी‑डिसिप्लिनरी रिसर्च यूनिट ऐसे केंद्र होते हैं जहाँ कई मेडिकल विभाग शोध कार्यों को संयोजित रूप से अंजाम देते हैं।भोपाल की यह यूनिट रायपुर (GMC का पहला MDRU) के बाद देश भर में दूसरी होगी, जिसे ICMR और स्वास्थ्य मंत्रालय की मान्यता मिली है GMC में आधुनिक सुविधाओं का विस्तार यह मॉर्डनाइजेशन डॉक्टरों को सुविधाजनक और समयबद्ध चिकित्सा जांच की सुविधा प्रदान करेगा। खास शोध—क्या होंगे प्रमुख फोकस? MDRU के तहत कई गंभीर और सामूहिक स्वास्थ्य समस्याओं पर शोध होगा: ये सभी पहलें न सिर्फ मरीजों को लाभ देंगी, बल्कि वैज्ञानिक और मेडिकल छात्रों के लिए भी अत्यधिक शिक्षाप्रद होंगी। शैक्षणिक और चिकित्सा छात्रों पर लाभ भोपाल चिकित्सा इकोसिस्टम में महत्वपूर्ण योगदान अभी भी चुनौती क्या हैं? क्या कहते हैं जिम्मेदार? भोपाल होगा रिसर्च राजधानी भोपाल का GMC चिकित्सकीय अनुसंधान में नई गति प्राप्त करने वाला है।MDRU की स्थापना से: यह पहल मध्यप्रदेश को मेडिकल रिसर्च के मानचित्र में एक नई ऊँचाई प्रदान कर सकती है। इंदौर की अधिक जानकारी, हर क्षेत्र के सर्वश्रेष्ठ विकल्प और स्थानीय अपडेट्स के लिए हमारी वेबसाइट Best Indore पर जरूर विजिट करें।
इंदौर में गंदे पानी पर नगर निगम का सख्त एक्शन:

Best Indore News: इंदौर नगर निगम अब शहर में मिल रहे गंदे पानी को लेकर पूरी तरह से एक्शन मोड में आ गया है। पिछले कुछ हफ्तों से लगातार कई कॉलोनियों और वार्डों से पीने के पानी में गंदगी, बदबू, और मटमैले रंग की शिकायतें मिल रही थीं, जिससे आम जनता बेहद परेशान थी। अब इस पर निगमायुक्त हरीश राठौड़ ने सख्त रुख अपनाते हुए जलप्रदाय विभाग और जोन अधिकारियों को स्पष्ट शब्दों में चेतावनी दी है कि “अब किसी भी क्षेत्र से गंदे पानी की शिकायत नहीं आनी चाहिए।” शिकायतों का सिलसिला और जनता की नाराज़गी पिछले महीने इंदौर के कई क्षेत्रों – जैसे राजेंद्र नगर, माणिकबाग, सिलिकॉन सिटी, खजराना, मालवा मिल, और सुदामा नगर – से गंदे पानी की शिकायतें दर्ज की गईं। लोगों ने बताया कि पानी में बदबू आ रही है, उसमें कीड़े हैं या वह नहाने तक लायक नहीं है। कुछ जगहों पर यह पानी पीने से डायरिया और स्किन एलर्जी जैसी बीमारियों की भी खबरें आईं। स्थानीय निवासी भावना तिवारी (वार्ड 36) का कहना है – “पिछले 5 दिनों से लगातार पीले रंग का पानी आ रहा है। इसे पीना तो दूर, कपड़े धोने पर भी बदबू आती है।” निगमायुक्त ने की सख्त बैठक इन बढ़ती शिकायतों के बीच निगमायुक्त हरीश राठौड़ ने सोमवार को नगर निगम मुख्यालय में सभी 19 जोन के ज़ोनल अफसरों, जलप्रदाय अभियंताओं और सुपरवाइज़रों के साथ आपात बैठक की। उन्होंने कहा कि: “हर शिकायत का समाधान 24 घंटे के भीतर किया जाए। जो अधिकारी कार्य में लापरवाही करेगा, उस पर वेतन रोक और निलंबन की कार्रवाई की जाएगी।” उन्होंने ये भी निर्देश दिए कि: जड़ में है पाइपलाइन का जाल और पुरानी व्यवस्था नगर निगम के जलप्रदाय विभाग के अनुसार, शहर में लगभग 2600 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन फैली है। इनमें से कई लाइनें 25 वर्ष से भी पुरानी हैं, जो अब जंग खा चुकी हैं और उनमें सीवेज का रिसाव हो रहा है। नई कॉलोनियों को जोड़ने के चक्कर में कई पुरानी लाइनों पर दबाव भी बढ़ा है। नगर निगम के एक अधिकारी के अनुसार: “जहां भी गंदा पानी आ रहा है, वहां पाइपलाइन या तो लीकेज है या सीवेज पाइप से क्रॉस-कनेक्शन हो चुका है।” डिजिटल शिकायत प्रणाली होगी मजबूत निगमायुक्त ने IMC ऐप और 311 हेल्पलाइन पर दर्ज हो रही शिकायतों का भी विश्लेषण करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि: जल गुणवत्ता परीक्षण के निर्देश हर जोन में जल गुणवत्ता परीक्षण यूनिट को एक्टिव कर दिया गया है। निगम ने 50 से अधिक नमूनों को जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा है, ताकि पता चले कि किस इलाके का पानी पीने लायक है और कहां खतरे की आशंका है। टैंकर व्यवस्था और वैकल्पिक आपूर्ति जहां गंदा पानी लगातार आ रहा है, वहां तत्काल प्रभाव से टैंकरों से शुद्ध पानी की सप्लाई की जा रही है। साथ ही, नगर निगम 15 नए हाई-प्रेशर वाटर टैंकर भी किराए पर ले रहा है। निगमायुक्त की अपील: जनता का सहयोग जरूरी अपने संदेश में निगमायुक्त हरीश राठौड़ ने नागरिकों से अपील की कि वे: स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट पर नगर निगम ने स्वास्थ्य विभाग को भी अलर्ट कर दिया है। नगर के प्रमुख सरकारी अस्पतालों – जैसे एमवाय, बॉम्बे हॉस्पिटल और ग्रेटर कैलाश – में जलजनित बीमारियों की रिपोर्टिंग की समीक्षा की जा रही है। डॉक्टरों ने भी लोगों से उबला हुआ पानी पीने की सलाह दी है। अब उम्मीदें जागीं, लेकिन इंतज़ार है कार्रवाई का इंदौर नगर निगम द्वारा गंदे पानी को लेकर लिया गया यह एक्शन आम जनता के लिए राहत का संकेत है। हालांकि यह देखना बाकी है कि केवल निर्देश और चेतावनी से हालात सुधरते हैं या वास्तविक सुधार कार्य भी ज़मीन पर दिखेंगे। शहरवासी अब यह देखना चाहते हैं कि “शब्दों से आगे बढ़कर निगम कितनी तेजी से पानी की व्यवस्था को दुरुस्त करता है।” इंदौर की अधिक जानकारी, हर क्षेत्र के सर्वश्रेष्ठ विकल्प और स्थानीय अपडेट्स के लिए हमारी वेबसाइट Best Indore पर जरूर विजिट करें।
MP बिजली बिल बढ़ेगा! बढ़े रेट और सुरक्षा निधि कटौती से ग्राहकों की जेब होगी हल्की

MP News: मध्य प्रदेश विद्युत नियामक आयोग (MPERC) की नई टैरिफ नीति में बिजली दरों में 3.46–3.5% तक की बढ़ोतरी की गई है, जिससे घरेलू एवं वाणिज्यिक उपभोक्ताओं पर असर पड़ेगा। साथ ही, बिल में एक नया सुरक्षा निधि (Security Fund) चार्ज भी शामिल हो गया है, जिससे सालाना खर्च और भी बढ़ने की आशंका है। यह खबर उन सभी नागरिकों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, जिन्हें जून–जुलाई माह में बिजली बिल आएंगे। नया टैरिफ रेट क्या होगा? भारतीय समाचार में प्रकाशित खबर के अनुसार, 1 अप्रैल 2025 से लागू हो रहे नए रेट के अनुसार: उदाहरण: सुरक्षा निधि क्या है? सुरक्षा निधि एक नया कटौती-आधारित चार्ज है, जिसे डिस्कॉम्स उपभोक्ताओं से एकमुश्त या किश्तों में एकमुश्त जमा करवाएंगे।यह राशि ट्रांसमिशन इंफ्रास्ट्रक्चर सुरक्षित रखने, स्मार्ट मीटर इंस्टॉलेशन और अत्याधुनिक उपकरणों के रखरखाव में खर्च होगी। हालांकि, इसकी दर या वसूली की प्रक्रिया अभी पूर्ण स्पष्ट नहीं है, लेकिन यह बिल की राशि में सीधे जुड़ चुकी है। औसत घरेलू उपभोक्ता पर असर ₹4/unit से लेकर ₹7/unit तक की दर बढ़ने पर औसत बिल प्रभावित होगा। मान लीजिए: केवल सुरक्षा निधि का अविशिष्ट शुल्क भी ₹50–₹200 प्रति माह हो सकता है, जिससे कुल मासिक बिल ₹1000–₹1500 तक पहुंच सकता है। किस पर क्या असर? सरकारी मुआवज़ा: ₹566 प्रति उपभोक्ता इस वृद्धि के बीच कुछ राहत भी आई है। MP राज्य सरकार ने घोषणा की है कि 1.07 करोड़ घरेलू उपभोक्ताओं को प्रति उपभोक्ता ₹566 के रूप में बिजली बिल में सब्सिडी दी जाएगी कुल अनुमानित खर्चः ₹27,000 करोड़ वार्षिक। नीति की दरें: यह ठोस कदम घरेलू उपभोक्ताओं की जेब पर असर को कम करेगा। उपभोक्ता को क्या करना चाहिए? दीर्घकालिक सुधार—“सोलर फीडर” और सब्सिडी निष्कर्ष: सजगता और समझ जरूरी MPERC की टैरिफ बढ़ोतरी और सुरक्षा निधि कटौती के फैसले से उपभोक्ताओं की जेब पर निश्चित तौर पर असर पड़ेगा। लेकिन सरकारी सब्सिडी, किसान योजनाएं, सोलर प्रोजेक्ट और संभावित स्मार्ट मीटर छूट मंथन से यह असर कुछ हद तक कम किया जा सकता है। फिर भी, यह समय सैद्धांतिक नहीं, बल्कि बदलती वास्तविकताओं के अनुरूप सतर्कता, जानकारी और बचत का है। आपका अगला कदम—अपनी खपत का ट्रैक रखें, सब्सिडी कागजात संभालें और जरूरत हो तो शिकायत करें।
इंदौर न्यूज़: NEET परीक्षा में बारिश और बिजली ने डाला असर, हाईकोर्ट ने फैसला रखा सुरक्षित

Best Indore News: राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) 2024 में इस बार न केवल देशभर में पेपर लीक और गड़बड़ी के आरोपों ने माहौल गर्म किया, बल्कि मध्य प्रदेश के इंदौर में एक अलग ही तकनीकी और प्राकृतिक बाधा चर्चा में रही। बारिश और बिजली की कटौती के चलते कई छात्रों की परीक्षा बाधित हो गई। इस मुद्दे पर अब मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने सुनवाई के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है। छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए यह मामला देशभर में हो रहे NEET विवादों के बीच एक अलग आयाम जोड़ता है। जानिए इस पूरे घटनाक्रम की गहराई, कोर्ट की प्रतिक्रिया और आगे की संभावनाएं। क्या था मामला? – इंदौर सेंटर पर बारिश और बिजली ने बिगाड़ी परीक्षा 4 मई 2024 को जब NEET की परीक्षा देशभर में हो रही थी, इंदौर के एक परीक्षा केंद्र पर अचानक तेज़ बारिश और बिजली की कटौती ने माहौल को चुनौतीपूर्ण बना दिया। इन कारणों से कई छात्रों ने यह आरोप लगाया कि परीक्षा की निष्पक्षता प्रभावित हुई है और उन्हें पुनः परीक्षा (re-test) का मौका मिलना चाहिए। हाईकोर्ट पहुंचा मामला: छात्रों की याचिका पर हुई सुनवाई घटना के बाद कई छात्रों और उनके अभिभावकों ने इस मुद्दे को गंभीर मानते हुए हाईकोर्ट की शरण ली। उनकी मांग थी कि: इस याचिका पर सुनवाई जबलपुर उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ में हुई। NTA और केंद्र सरकार के वकीलों ने जवाब दाखिल किया, वहीं याचिकाकर्ताओं के वकीलों ने अदालत को बताया कि छात्रों को परीक्षा देने का उचित वातावरण नहीं मिला था। कोर्ट ने सभी पक्षों की बात सुनने के बाद फैसला सुरक्षित रखा सुनवाई के दौरान दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद न्यायमूर्ति विवेक रूसिया और न्यायमूर्ति अमरनाथ के वर्मा की खंडपीठ ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया। इसका मतलब है कि अदालत अब इस मामले पर सोच-विचार कर रही है और जल्द ही अंतिम निर्णय सुनाएगी। अदालत ने ये प्रमुख बिंदु उठाए: छात्रों की पीड़ा: मेहनत पर पानी फिर गया परीक्षा देने वाले छात्र आदित्य शर्मा ने कहा: “मैंने एक साल दिन-रात पढ़ाई की, लेकिन जिस सेंटर में मैं गया, वहां अचानक लाइट चली गई और फैन बंद हो गए। गर्मी में पसीने से OMR शीट भीग गई, और ध्यान भंग हो गया।” प्रियंका त्रिवेदी, एक छात्रा की मां ने कहा: “हमने अपने बच्चे को लाखों रुपये की कोचिंग करवाई, लेकिन परीक्षा के दिन ऐसी लापरवाही क्यों?” इन अभिभावकों और छात्रों की भावनाएं यह दर्शाती हैं कि ऐसी घटनाएं सिर्फ तकनीकी समस्याएं नहीं, बल्कि छात्रों के भविष्य से जुड़ी संवेदनशील परिस्थितियां हैं। NTA का पक्ष: परिस्थितियां अप्रत्याशित थीं NTA ने अपने जवाब में कहा कि: राष्ट्रीय स्तर पर भी विवादों में रहा NEET 2024 NEET 2024 पर इस बार कई विवाद छाए रहे: इस माहौल में इंदौर की तकनीकी बाधा वाला मामला छात्रों के लिए न्याय और निष्पक्षता की नई कसौटी बनकर सामने आया है। आगे क्या? – कोर्ट का फैसला और संभावित प्रभाव यदि कोर्ट पुनः परीक्षा का आदेश देती है: शिक्षाविदों और विशेषज्ञों की राय वरिष्ठ शिक्षा विशेषज्ञ डॉ. नरेंद्र जोशी का मानना है: “इस तरह की तकनीकी बाधाएं एक बड़ी परीक्षा के दौरान कभी-कभी आ सकती हैं, लेकिन उनका समाधान समय पर होना चाहिए और छात्रों को न्याय मिलना चाहिए।” वहीं पूर्व विश्वविद्यालय कुलपति डॉ. अनामिका गुप्ता कहती हैं: “अगर छात्रों को लगता है कि उनका हक मारा गया है, तो अदालत का दरवाजा खटखटाना उनका अधिकार है।” न्याय की प्रतीक्षा में छात्र और अभिभावक इस मुद्दे ने स्पष्ट कर दिया है कि देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा NEET न सिर्फ कठिन है, बल्कि इसकी प्रक्रिया भी उतनी ही संवेदनशील है।बारिश और बिजली जैसी मामूली दिखने वाली समस्याएं भी परीक्षा को किस हद तक प्रभावित कर सकती हैं, यह इंदौर के छात्रों के अनुभव से समझा जा सकता है। अब सभी की निगाहें हाईकोर्ट के उस फैसले पर टिकी हुई हैं, जो न सिर्फ इन छात्रों के लिए बल्कि भविष्य में होने वाली परीक्षाओं के लिए भी दिशा तय करेगा। इंदौर की अधिक जानकारी, हर क्षेत्र के सर्वश्रेष्ठ विकल्प और स्थानीय अपडेट्स के लिए हमारी वेबसाइट Best Indore पर जरूर विजिट करें।
MP Weather Alert: मध्य प्रदेश में मानसून का कहर भारी बारिश का अलर्ट

Mp Weather News: में मानसून पूरी तरह सक्रिय हो चुका है, और अब राज्य के अधिकांश जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा की चेतावनी जारी की गई है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) द्वारा सोमवार को जारी बुलेटिन के अनुसार, आने वाले 24 से 48 घंटों में प्रदेश के इंदौर, उज्जैन, देवास, रतलाम, ग्वालियर, विदिशा, रायसेन, सीहोर, अशोकनगर, शिवपुरी और श्योपुरकलां जैसे जिलों में भारी बारिश हो सकती है। मध्य प्रदेश: मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि इन जिलों में तेज हवाओं, गरज-चमक और नदी-नालों के उफान की स्थिति बन सकती है, जिससे जन-जीवन प्रभावित होने की आशंका है। ऐसे में लोगों से सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की गई है। पूरे प्रदेश पर छाया मानसून, अधिकांश जिलों में बारिश का दौर जारी सोमवार को प्रदेश के अधिकांश इलाकों में सुबह से ही घने बादलों की चादर छाई रही। कुछ स्थानों पर रुक-रुक कर बारिश होती रही, जबकि कुछ जिलों में तेज बौछारें गिरने से निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बनी। इंदौर, उज्जैन और रतलाम में सुबह के समय हल्की बारिश के बाद दोपहर में गर्म हवा और उमस ने लोगों को परेशान किया। हालांकि रात के समय फिर से बूंदाबांदी ने राहत दी। ग्वालियर, जो पिछले कुछ दिनों से मानसून की मेहरबानी झेल रहा है, वहां भी सोमवार को 10 मिनट की झमाझम बारिश के बाद सूरज और बादलों के बीच आँखमिचौली चलती रही। रात 9 बजे के बाद पुनः बारिश का सिलसिला शुरू हो गया। MD ने जारी किया यलो अलर्ट, तेज हवाओं की भी चेतावनी मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ के ऊपर 3.1 किमी की ऊंचाई पर बना ऊपरी हवा का चक्रवात, और साथ ही दक्षिण मध्य उत्तर प्रदेश से बंगाल की खाड़ी तक फैली द्रोणिका के कारण मध्य प्रदेश में भारी नमी आ रही है। इसके चलते पश्चिमी और उत्तर-पश्चिमी मप्र में भारी वर्षा की संभावना बन रही है। मौसम विभाग ने बताया कि आने वाले 24 घंटे में कुछ जिलों में 30 से 40 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं, जो पेड़ गिरने, बिजली के खंभों के हिलने और यातायात में बाधा जैसी स्थितियां पैदा कर सकती हैं। इन जिलों में भारी वर्षा की संभावना: नदी-नाले उफान पर, प्रशासन अलर्ट लगातार बारिश के चलते प्रदेश के कई हिस्सों में नदी-नालों का जलस्तर बढ़ गया है। प्रशासन ने संवेदनशील इलाकों में बचाव दलों को तैनात कर दिया है। इंदौर, उज्जैन और सीहोर जिलों में निचले इलाकों से लोगों को हटाने के निर्देश दिए गए हैं। विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में पुल-पुलियाओं पर पानी बहने की घटनाएं सामने आ रही हैं, जिससे आवागमन बाधित हो सकता है। स्कूलों और सरकारी कार्यालयों को भी सतर्कता के निर्देश दिए गए हैं। तापमान में गिरावट, लेकिन उमस बनी रही हालांकि मानसून के सक्रिय होने से दिन के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है, लेकिन उमस भरे वातावरण ने लोगों को हलाकान किया। इंदौर में अधिकतम तापमान 29.2°C दर्ज किया गया, जो सामान्य से 3°C कम था। ग्वालियर में 31°C और भोपाल में 30.5°C अधिकतम तापमान रहा। रात के समय बारिश के बाद तापमान और गिरा, जिससे लोगों को कुछ राहत मिली, लेकिन ह्यूमिडिटी स्तर 80% तक पहुंच जाने से गर्मी का अहसास बना रहा।जनता से अपील: सतर्क रहें, पानी भरे इलाकों से दूर रहें जनता से अपील: सतर्क रहें, पानी भरे इलाकों से दूर रहें मौसम विभाग और राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने आम जनता से आग्रह किया है कि वे: सोशल मीडिया पर वायरल हुए बारिश के नज़ारे सोमवार को सोशल मीडिया पर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से बारिश के वीडियो और तस्वीरें वायरल होती रहीं। देवास के पावन क्षेत्र में बहते झरनों का वीडियो, उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर परिसर में गिरती बारिश, और इंदौर के राजवाड़ा चौक पर बारिश में नाचते युवाओं का दृश्य देखने लायक था। मध्य प्रदेश में मानसून ने अपनी मौजूदगी दर्ज करा दी है और अब लगातार बारिश का दौर शुरू हो चुका है। हालांकि यह राहत भी दे रहा है, लेकिन साथ ही प्राकृतिक खतरे भी बढ़ रहे हैं। ऐसे में अब प्रशासन और आम जनता दोनों की सजगता और संयम से ही इस मौसम को सुरक्षित और लाभकारी बनाया जा सकता है। इंदौर की अधिक जानकारी, हर क्षेत्र के सर्वश्रेष्ठ विकल्प और स्थानीय अपडेट्स के लिए हमारी वेबसाइट Best Indore पर जरूर विजिट करें।
इंदौर: कादरी के घर पर बुलडोजर की तैयारी, विजयवर्गीय बोले – किसी को नहीं छोड़ेंगे, शहर में आक्रोश

Best Indore News: कांग्रेस के पार्षद अनवर कादरी के खिलाफ सख्त कार्रवाई के मुख्यमंत्री ने दिए निर्देश, मंत्री बोले सिमी से जुड़े होने की शिकायत भी मिल चुकी इंदौर: के कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी लव जिहाद के केस में फरार हैं। वे परिवार के साथ घर से कहीं जा चुके हैं और पुलिस लगातार सुबह शाम उन्हें पकड़ने के लिए छापे मार रही है। कल मुख्यमंत्री मोहन यादव ने पुलिस को कादरी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का कहा था। आज मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने भी कादरी पर सख्त एक्शन के लिए कहा है। नगर निगम सूत्रों के मुताबिक जल्द ही कादरी के घर पर बुलडोजर चलाया जा सकता है। वहीं दूसरी तरफ कादरी के विरोध में कई जगह प्रदर्शन हो रहे, शहर के लोग उसे जल्द पकड़ने और सख्त सजा दिलाने की मांग कर रहे हैं। मंत्री बोले कादरी जैसे अपराधियों को सख्त सजा मिलेगीमंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने आज कहा कि अनवर कादरी पर सिमी से जुड़े होने के भी आरोप लग चुके हैं। कई प्लाट और मकानों पर भी उसने बलपूर्वक कब्जे किए हैं। इस तरह के आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को बक्शा नहीं जाएगा। महापौर बोले पार्षदी समाप्त होगीमहापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा है कि अनवर कादरी की पार्षदी समाप्त करने के लिए संभाग आयुक्त को पत्र लिखा है। जल्द ही उसकी पार्षदी खत्म की जाएगी। वहीं लव जिहाद की फंडिंग के मामले में भी उस पर जांच चल रही है। जांच में सभी बातें साफ होने के बाद और भी कड़ी कार्रवाई होगी। 19 केस दर्ज हैं कादरी पर इंदौर में लव जिहाद को फंडिंग करने का आरोपी कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी उर्फ अनवर डकैत 19 आपराधिक मामलों में नामजद रहा है। इनमें जानलेवा हमला, डकैती, बलवा, अवैध हथियार रखना, जमीन कब्जा करना और मारपीट जैसे केस शामिल हैं। अनवर 2011 में एक साल की सजा भी काट चुका है। दस हजार का इनाम घोषित हुआलव जिहाद मामले में फरार चल रहे अनवर पर पुलिस ने 10 हजार का इनाम घोषित किया है। उसकी तलाश में पुलिस की टीमें हर संभावित ठिकाने पर छापे मार रही हैं। वह अपने परिवार के साथ फरार हुआ है। उसके घर पर ताला डला है। राजवाड़ा पर अनवर डकैत का पुतला फूंका इंदौर के राजवाड़ा पर करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने आज कांग्रेस पार्षद और 10 हजार का इनामी आरोपी अनवर उर्फ अनवर डकैत का पुतला फूंका। डकैत पर लव जिहाद को फंडिंग, अवैध वसूली और धमकाने जैसे गंभीर आरोप हैं। अब डकैत की गिरफ्तारी की मांग को लेकर करणी सेना ने मोर्चा खोल दिया है। अनुराग प्रताप सिंह राघव के नेतृत्व में करणी सेना ने आज कांग्रेसी पार्षद अनवर डकैत के खिलाफ पुतला दहन कर विरोध प्रदर्शन किया। करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने अनवर पर आरोप लगाए कि वह लव जिहाद को फंडिंग करता है उसने कई हिंदू परिवारों को धमकाया और अवैध वसूली के मामलों में उसका नाम थानों में दर्ज है। डकैत लंबे समय से फरार है और उस पर 10 हजार का इनाम भी घोषित है। पुतला दहन कार्यक्रम के दौरान भारी भीड़ मौजूद रही और सभी ने अनवर मुर्दाबाद और नारी के सम्मान में करणी सेना मैदान में के नारे लगाए। इस दौरान वरिष्ठ नेता किशोर सिंह सिकरवार, संभाग अध्यक्ष अभिनव सिंह चौहान, नगर अध्यक्ष शुभम सिंह राजपूत, राहुल सिंह जादौन और अमर सिंह ठाकुर आदि मौजूद रहे। इंदौर की अधिक जानकारी, हर क्षेत्र के सर्वश्रेष्ठ विकल्प और स्थानीय अपडेट्स के लिए हमारी वेबसाइट Best Indore पर जरूर विजिट करें।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस: भोपाल में कृष्णा गुरुजी संग कुष्ठ रोगियों ने किया योग, लिया नेत्रदान का संकल्प

MP News: अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर भोपाल के गांधीनगर कुष्ठ आश्रम में इंदौर से आए अंतरराष्ट्रीय योग गुरु कृष्णा मिश्रा (कृष्णा गुरुजी) ने कुष्ठ रोगियों के साथ योगाभ्यास कर समाज को अनूठा संदेश दिया। उन्होंने कहा कि योग हर उस व्यक्ति का अधिकार है, जिसे समाज ने पीछे छोड़ दिया। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर भोपाल के गांधीनगर कुष्ठ आश्रम में कुष्ठ रोगियों ने भी योगाभ्यास किया। प्रत्येक वर्ष की तरह इस बार भी कुछ अलग करते हुए इंदौर से पहुंचे अंतरराष्ट्रीय योग गुरु कृष्णा मिश्रा (कृष्णा गुरुजी) ने योग दिवस को कुष्ठ रोगियों के बीच मनाने का निर्णय लिया। आश्रम में योग को एक सच्चे आत्मिक अनुभव के रूप में मनाया गया। कृष्णा गुरुजी पिछले 11 वर्षों में उन वर्गों के बीच योग को पहुंचाया है, जिन्हें समाज अक्सर नजरअंदाज कर देता है। इन आसनों का कराया अभ्यास गुरुजी ने सबसे पहले योग प्रार्थना राष्ट्रगान के साथ कराई और फिर दिव्यांगों के लिए अनुकूल प्राणायाम कराए। ग्रीवा संचालन, स्कंध संचालन, ताड़ासन, भ्रामरी, नाड़ी शोधन, पितृ प्राणायाम और ध्यान का अभ्यास कराया। श्वास और ऊर्जा के माध्यम रोग होता है दूर इस दौरान कृष्णा गुरुजी ने हीलिंग के बारे में भी बताया। उन्होंने हीलिंग को भी योग का ही एक रूप बताया, जिसमें श्वास और ऊर्जा के माध्यम से रोग को बाहर निकाला जाता है। उन्होंने सभी रोगियों को Divine Astro Healing की विधियां सिखाईं और व्यक्तिगत स्पर्श चिकित्सा (Healing Touch) भी दी। ‘तुझमें नारायण, मुझमें नारायण’ भाव के साथ लिया नेत्रदान का संकल्प कार्यक्रम में सभी कुष्ठ रोगियों ने सामूहिक रूप से नेत्रदान का संकल्प लिया। इस दौरान “तुझमें नारायण, मुझमें नारायण” भाव के साथ जब यह संकल्प दोहराया गया, तो वहां मौजूद हर व्यक्ति की आँखें नम हो गईं। कृष्णा गुरुजी ने कहा कि “अगर आप समाज से कुछ लेने नहीं, देने का भाव रखेंगे तो आप दया के पात्र नहीं, प्रेरणा बन जाएंगे।” इंदौर की अधिक जानकारी, हर क्षेत्र के सर्वश्रेष्ठ विकल्प और स्थानीय अपडेट्स के लिए हमारी वेबसाइट Best Indore पर जरूर विजिट करें।