
धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से आज का महत्व जानें
आज का पंचांग : भारतीय संस्कृति में पंचांग केवल समय का लेखा-जोखा नहीं है, बल्कि यह हमारे जीवन का मार्गदर्शक है। यह हमें तिथि, नक्षत्र, योग, करण, राहुकाल और ग्रहों की स्थिति की जानकारी देता है। आज 26 जुलाई 2025, शनिवार का दिन धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। आइए जानते हैं आज का संपूर्ण पंचांग, शुभ समय और ज्योतिषीय उपाय।
पंचांग विवरण – 26 जुलाई 2025
तत्व | जानकारी |
---|---|
तिथि | अमावस्या (पूर्ण दिन) |
पक्ष | कृष्ण पक्ष |
मास | आषाढ़ |
वार | शनिवार |
नक्षत्र | पुष्य (पूर्ण दिन) |
योग | VARIYAN (सुबह 09:45 बजे तक), तत्पश्चात परिघ योग |
करण | नाग (दोपहर तक), तत्पश्चात किम्स्तुघ्न |
सूर्योदय | 05:42 AM |
सूर्यास्त | 07:11 PM |
चंद्रमा | कर्क राशि में |
राहुकाल | 09:38 AM से 11:18 AM तक |
गुलिक काल | 05:42 AM से 07:22 AM तक |
यमघण्ट काल | 01:58 PM से 03:38 PM तक |
आज का महत्व (Why is Today Special?)
26 जुलाई 2025 को आषाढ़ अमावस्या है, जो पितृ तर्पण और दान-पुण्य के लिए अत्यंत शुभ मानी जाती है।
- यह दिन पितरों की शांति के लिए तर्पण, श्राद्ध और जल अर्पण के लिए उत्तम है।
- आज शनिवार होने के कारण शनि पूजा और पीपल पूजन का महत्व और बढ़ जाता है।
- घर में लक्ष्मी कृपा के लिए आज तिल, तेल और दान के विशेष योग बनते हैं।
शुभ मुहूर्त (Auspicious Timings)
- अभिजीत मुहूर्त: 12:00 PM से 12:54 PM तक
- शुभ चौघड़िया:
- प्रातः 06:00 AM से 07:30 AM – अमृत
- शाम 06:00 PM से 07:30 PM – लाभ
- अमृत काल: सुबह 10:20 AM से 11:50 AM तक
इन समयों में पितृ तर्पण, दान-पुण्य, धार्मिक अनुष्ठान और शनि देव की पूजा करना श्रेष्ठ रहेगा।
अशुभ समय (Avoid These Hours)
- राहुकाल: 09:38 AM से 11:18 AM तक
- यमघण्ट काल: 01:58 PM से 03:38 PM तक
इन समयों में कोई महत्वपूर्ण कार्य करने से बचें।
चंद्रमा और राशियों पर प्रभाव
आज चंद्रमा कर्क राशि में स्थित है। इसका प्रभाव:
- कर्क, वृषभ और सिंह राशि के लिए दिन शुभ रहेगा।
- धनु और कुंभ राशि को सावधानी बरतनी होगी।
- शुभ रंग: सफेद और नीला
- शुभ दिशा: पूर्व
आज के उपाय (Astrological Remedies)
- शनि देव की पूजा करें और सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
- पीपल वृक्ष के नीचे दीपक लगाएं और शनि मंत्र का जाप करें।
- पितरों के नाम से तिल, गुड़ और अन्न का दान करें।
- गरीबों को भोजन कराएं, इससे पितृ दोष समाप्त होता है।
26 जुलाई 2025 का पंचांग दर्शाता है कि यह दिन धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से अत्यंत शुभ है। आज अमावस्या और शनिवार का संयोग होने से शनि देव की पूजा और पितृ तर्पण विशेष फलदायी रहेंगे। सही समय पर किए गए कार्य निश्चित रूप से सफलता और शांति देंगे।
👉 इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य मनोज साहू जी कहते हैं – “अमावस्या तिथि का पालन करने से जीवन में नकारात्मकता दूर होती है और सुख-समृद्धि प्राप्त होती है।”