
इंदौर के 7,500 सफाई मित्रों के लिए बड़ी खबर: स्वास्थ्य के लिए मिलेगा ₹1000 महीना
Best Indore News: इंदौर नगर निगम ने शहर के 7,500 सफाई मित्रों के लिए एक बड़ी और सराहनीय पहल की है। अब इन सफाई कर्मियों को हर महीने उनके स्वास्थ्य और सेहत के लिए ₹1000 का अतिरिक्त भत्ता दिया जाएगा। इस निर्णय का उद्देश्य उन मेहनती सफाई मित्रों का सम्मान करना है जो दिन-रात शहर की सफाई और स्वच्छता के लिए अपना पसीना बहाते हैं।
स्वच्छता में इंदौर का नाम अग्रणी
देश का सबसे स्वच्छ शहर लगातार कई वर्षों से इंदौर ही रहा है। इस उपलब्धि के पीछे सबसे बड़ा योगदान इन सफाई मित्रों का है। हर सुबह जब शहर नींद में होता है, तब ये कर्मठ सफाईकर्मी सड़कों, गलियों और मोहल्लों की सफाई में जुटे रहते हैं। नगर निगम और प्रशासन ने उनकी भूमिका को समझते हुए उनके स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने का निर्णय लिया है।
भत्ते से मिलेगा स्वास्थ्य लाभ
नगर निगम द्वारा जारी किए गए बयान के अनुसार, ₹1000 का मासिक भत्ता सीधे सफाई मित्रों के खाते में ट्रांसफर किया जाएगा। यह राशि किसी विशेष संस्था या बीमा में कटौती के बजाय, सीधे उनके स्वास्थ्य संबंधी खर्चों के लिए दी जा रही है। इसका उद्देश्य यह है कि सफाई मित्र अपने लिए नियमित चेकअप, दवाइयों और अन्य उपचारों में इस राशि का उपयोग कर सकें।
मेयर ने जताया आभार
इंदौर की मेयर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि “हमारे सफाई मित्र शहर की असली शान हैं। स्वच्छता के इस अभियान में उनका योगदान अतुलनीय है। उन्हें सम्मान देना और उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखना हमारी प्राथमिकता है। यह भत्ता केवल शुरुआत है, आने वाले समय में हम और भी योजनाएं लाएंगे।”
स्वास्थ्य शिविरों की भी योजना
भविष्य में सफाई मित्रों के लिए नियमित स्वास्थ्य शिविर, ब्लड टेस्ट, शुगर-बीपी चेकअप और स्पेशल मेडिकल जांच शिविर भी आयोजित किए जाएंगे। इन सभी शिविरों में मुफ्त जांच और ज़रूरत पड़ने पर मुफ्त दवा देने की योजना भी बनाई जा रही है।
सफाई मित्रों में खुशी की लहर
इस फैसले से सफाई मित्रों में बेहद उत्साह देखा गया। कई सफाई कर्मियों ने कहा कि इस प्रकार की आर्थिक सहायता से उन्हें अपने स्वास्थ्य को लेकर अधिक सजग रहने में मदद मिलेगी। पहले उन्हें अपनी ज़रूरतों के आगे स्वास्थ्य को नज़रअंदाज़ करना पड़ता था, लेकिन अब वे डॉक्टर के पास जाने और दवाइयों पर खर्च करने से नहीं हिचकिचाएंगे।
समाज के प्रति संदेश
यह पहल केवल सफाई कर्मियों की मदद तक सीमित नहीं है, बल्कि यह पूरे समाज के लिए एक संदेश भी है कि जो लोग हमारी गंदगी साफ करते हैं, उनका स्वास्थ्य और सम्मान भी हमारी जिम्मेदारी है। अगर हम चाहते हैं कि हमारा शहर स्वच्छ और सुंदर बना रहे, तो हमें इन कर्मियों को भी उसी आत्मीयता से देखना होगा जैसे हम अपने किसी करीबी को देखते हैं।
इंदौर नगर निगम की यह पहल अन्य शहरों के लिए भी प्रेरणा बन सकती है। सफाई मित्रों को स्वास्थ्य भत्ता देकर प्रशासन ने यह साबित कर दिया है कि स्वच्छता के असली योद्धाओं की चिंता करना ही सच्चे विकास का संकेत है। उम्मीद है कि इस तरह की योजनाएं आगे भी बढ़ती रहेंगी और सफाई कर्मियों का जीवन स्तर भी बेहतर होता जाएगा।