
घटना का विस्तार
Best Indore News: इंदौर के विजय नगर इलाके में मेट्रो निर्माण की तेज़ रफ्तार के बीच मंगलवार रात एक सड़क धंसने की घटना सामने आई। इस दौरान ड्रेनेज पाइप में रिसाव भी हुआ, जिससे पानी जिसकी वजह से रास्ते और आसपास के घर जोखिम में पड़ गए। स्थानीय लोगों ने तुरंत मेट्रो निर्माण के बैरिकेड्स लगाकर राहत भरी मुहिम चलाई और नगर निगम की टीम को दो घंटे लेट पहुँचने से हालत और बिगड़ने से रोका।
रिसाव की वजह क्या बनी?
इंदौर मेट्रो निर्माण के दौरान खुदाई और पाइपलाइन बिछाने के काम ने सड़क पर बेतरतीब दबाव डाल दिया। इसी दबाव के चलते मिट्टी धंसने लगी और ड्रेनेज पाइप में रिसाव शुरू हो गया। स्थानीय निवासी भटकाव महसूस कर रहे हैं कि “काम की गति और समय सीमा के चक्कर में सुरक्षा लापरवाहती की जा रही है।”
स्थानीय सुरक्षा उपाय
घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने स्वयं वार्डवालों और पुलिस के मार्गदर्शन से बैरिकेड्स और चेतावनी बोर्ड लगाए। रात के अँधेरे में कॉन्स्ट्रक्शन स्थल को सुरक्षित बनाना अहम था क्योंकि वाहन दुर्घटना का जोखिम था।
एक स्थानीय निवासी ने बताया:
“हमने पहली सुरक्षा खुद बनाई, निगम के आने तक।”
इसमें वे तुरंत जुटे और जल्द से जल्द निगम को बुलाना सुनिश्चित किया।
निगम की देरी – क्यों?
नगर निगम की टीम लगभग दो घंटे लेट पहुंची। वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रात 10 बजे के बाद फोर्स जुटाने में समय लग गया और सड़क का निरीक्षण भी ट्यूबलाइट और लेजर मशीनों की सीमित सुविधाओं के कारण धीमा रहा।
इस देरी ने इलाके में चिंताएँ बढ़ा दीं क्योंकि इतने समय तक सड़क खुली रहना किसी बड़ा हादसा दे सकता था।
स्थानीय निवासियों की आशंकाएँ
आस पास के विभिन्न मकानों में:
- झरना सलमान (सरकार भवन)
- विजय विहार कॉलोनी
इन इलाकों के लोगों ने बताया कि उनका बासमेंट कभी-कभी पानी से भर जाता है, और रात में सड़क धंसने की आवाज़ से परिवारों में डर और अनिश्चितता फैली रही।
एक महिला ने कहा:
“अगर हम नहीं जागते, तो कोई वाहन नीचे गिरता। भगवान अच्छा समझा।”
मेट्रो प्रोजेक्ट में सुधार की आवश्यकता
यह घटना मेट्रो परियोजना की गुणवत्ता नियंत्रण और सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा का संकेत है। विशेषज्ञों की सलाह:
- खुदाई के दौरान जमिनी दबाव के मानक माप-नियंत्रण किए जाएँ।
- ड्रेनेज वीडिंग और रिसाव चेकिंग नियमित अंतरालों पर होनी चाहिए।
- नाईट वर्क के लिए खास उपकरण, तकनीकी क्षमता और अलार्म व्यवस्था जरूरी है।
अगले कदम – निगम का जवाब
नगर निगम ने बताया कि:
- इमरजेंसी इंजीनियरिंग टीम को अलर्ट कर दिया गया।
- रिसाव वाली ड्रेनेज लाइन को 24 घंटे में मरम्मत किया जाएगा।
- भविष्य में इसी तरह की घटना रोकने के लिए प्रोजेक्ट रेव्यू कमेटी गठित की जाएगी।
क्या है आगे की योजना?
सुधार क्षेत्र | सुझाव |
---|---|
मिट्टी दबाव | टाइम-सीरिज़ आधारित माप |
बैरिकेड & तरीके | मरीज मार्ग + एम्बुलेंस प्रमाणीकरण |
निगरानी | CCTV + नाईट-मॉनिटरिंग |
कार्यक्रम समन्वय | निगम, मेट्रो, निर्माण एजेंसी & आपदा प्रबंधन |
- इंदौर मेट्रो अभी निर्माण के शुरुआती दौर में है, लेकिन ऐसे हादसे सावधानी की कमी दर्शाते हैं।
- विजय नगर सड़क धंसना एक सुरक्षा चेतावनी, टेक्निकल समीक्षा और लाइफ-लाइन प्रोटोकॉल की जरूरत दर्शाता है।
आइए, मेट्रो विकास की तेज़ रफ्तार के साथ शहर की ज़िंदगी-ज़रूरी असेट्स जैसे सड़क, जल और सुरक्षा में समझदारी और जिम्मेदारी को भी बराबर तवज्जो दें।
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