
मौसम ने बदला मिजाज, जुलाई में पहली बार ऐसा तापमान
Best Indore News मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में मौसम का मिजाज बदलने लगा है। जहां एक ओर लोग बरसात की उम्मीद में आसमान की ओर देख रहे हैं, वहीं दूसरी ओर गर्मी और उमस ने दिनचर्या को प्रभावित करना शुरू कर दिया है। मंगलवार को इंदौर में इस जुलाई महीने का सबसे ज्यादा तापमान दर्ज किया गया, जो 31 डिग्री सेल्सियस से भी ऊपर पहुंच गया।
यह तापमान अब तक जुलाई में दर्ज सबसे अधिक है। मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि बारिश की कमी और साफ आसमान के कारण धूप तेज हो गई है, जिससे तापमान में इजाफा हुआ है।
सुबह से ही साफ आसमान, बीच-बीच में बादल
मंगलवार को सुबह से ही आसमान साफ रहा और तेज धूप ने लोगों को परेशान किया। हालांकि दिन के मध्य कुछ देर के लिए हल्के बादल नजर आए, लेकिन वे बारिश लाने में नाकाम रहे।
इस वजह से दोपहर में गर्मी और उमस का स्तर बढ़ गया, जिससे घर से बाहर निकलने वाले लोगों को काफी असहजता महसूस हुई। खासकर दुकानदार, यात्री और सड़क पर चलने वाले आम लोग परेशान दिखे।
मौसम विभाग की रिपोर्ट क्या कहती है?
मौसम विज्ञान केंद्र, इंदौर के अनुसार:
- अधिकतम तापमान: 31.4 डिग्री सेल्सियस
- न्यूनतम तापमान: 24.2 डिग्री सेल्सियस
- नमी (Humidity): सुबह 82%, दोपहर तक 60%
- बारिश: शून्य मिमी
- हवा की गति: सामान्य (12 किमी/घंटा)
मौसम विभाग ने यह भी बताया कि आने वाले 2-3 दिन तक जोरदार बारिश के आसार नहीं हैं। आसमान साफ या आंशिक रूप से मेघाच्छन्न रहेगा, लेकिन अभी कोई सक्रिय मानसूनी सिस्टम नहीं बना है
आम जनता पर असर
तापमान बढ़ने और बारिश न होने का सीधा असर आम जनता पर पड़ रहा है:
- शहर के विभिन्न क्षेत्रों में बिजली की खपत में वृद्धि हो रही है
- पेयजल टंकियों की मांग भी फिर से बढ़ गई है
- छोटे दुकानदार, ठेलेवाले और ट्रैफिक में फंसे लोग परेशान हैं
- स्कूली बच्चों को उमस भरी गर्मी में आने-जाने में दिक्कत हो रही है
- कई स्थानों पर लोग बारिश की अनिश्चितता से खेती कार्यों को टाल रहे हैं
जुलाई में अब तक बारिश का हाल
इंदौर में जुलाई माह की शुरुआत में ही कुछ स्थानों पर हल्की फुहारें देखने को मिली थीं, लेकिन अब तक संतोषजनक बारिश नहीं हुई।
तारीख | बारिश (मिमी में) |
---|---|
1 जुलाई | 2.6 मिमी |
2 से 10 जुलाई | 0.0 मिमी |
कुल अब तक | 2.6 मिमी |
यह सामान्य से बहुत कम है और चिंता का विषय बनता जा रहा है, खासकर कृषि और जल प्रबंधन के नजरिए से।
क्या कहती है जनता?
शहर के रहने वाले सुनील चौधरी बताते हैं:
“हर साल जुलाई में बारिश हो जाती है, लेकिन इस बार धूप और उमस से बहुत परेशानी हो रही है। खेत में बुआई भी रोक दी है क्योंकि बारिश नहीं हो रही।”
कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि अगर एक सप्ताह के भीतर अच्छी बारिश नहीं हुई, तो सोयाबीन और मक्का जैसी फसलों पर असर पड़ सकता है।
आने वाले दिनों का पूर्वानुमान
मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि:
- मध्य प्रदेश के ऊपर कोई विशेष मानसूनी दबाव नहीं बन रहा
- बंगाल की खाड़ी में अगले 3–4 दिनों में कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है
- इसके बाद 15 जुलाई के आसपास इंदौर में फिर से अच्छी बारिश हो सकती है
तब तक नागरिकों को सलाह दी गई है कि गर्मी और उमस से बचने के लिए सतर्कता बरतें, पर्याप्त पानी पिएं और दिन के समय लंबी यात्राओं से बचें।
जुलाई के इस मौसम में जहां बारिश की उम्मीदें अधूरी रह गई हैं, वहीं तापमान का बढ़ता ग्राफ चिंता का विषय बन गया है। इंदौर के निवासियों को अभी कुछ दिन और इंतजार करना होगा जब तक कि मानसून फिर से सक्रिय न हो जाए।
शहर प्रशासन और नागरिकों को मिलकर पानी के संरक्षण, बिजली की बचत और स्वास्थ्य सुरक्षा की दिशा में सावधानी बरतनी चाहिए।
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