
प्रदेश में बारिश ने मचाई तबाही, पुल-पुलिया पानी में समाए
Best Indore News मध्यप्रदेश में मानसून की रफ्तार अब अपने उफान पर है और बारिश ने कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए हैं। खासकर पूर्वी और दक्षिणी मध्यप्रदेश के कई हिस्सों में लगातार बारिश से नदियां उफान पर हैं और राष्ट्रीय व राज्य मार्गों पर बने पुल डूब गए हैं।
हाईवे के कई हिस्सों पर यातायात बंद कर दिया गया है, लेकिन लोग जान जोखिम में डालकर उफनती नदियां पार करते दिख रहे हैं। कई गांवों और बस्तियों में पानी घुस चुका है, जिससे आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
हाईवे डूबे, यातायात पर ब्रेक
बारिश का सबसे ज्यादा असर सीधी, सतना, रीवा, डिंडोरी, शहडोल, मंडला, बालाघाट, दमोह, छतरपुर, सिवनी और मंडसौर जिलों में देखने को मिल रहा है।
- नेशनल हाईवे 44 पर बने कई पुल पानी में डूब गए, जिससे यातायात रोकना पड़ा।
- सिवनी और बालाघाट के बीच कई जगह सड़क जलमग्न हो गई है।
- डिंडोरी में मुख्य मार्ग पर बहते पानी से स्कूल बसें और एंबुलेंस तक फंसी रही।
- मंडला जिले में बिछिया रोड पर नदी का पानी पुल के ऊपर बह रहा है।
नदियों ने बढ़ाई चिंता: कई इलाकों में रेड अलर्ट
राज्य की प्रमुख नदियां जैसे कि नर्मदा, तवा, बान, सोन, टौंस और बनास नदी इस समय अपने खतरे के निशान के आसपास या ऊपर बह रही हैं।
- नर्मदा घाटी क्षेत्र के कई इलाकों में नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है।
- रीवा और सतना में बनास और टौंस नदी खतरे के निशान को पार कर चुकी हैं।
- डिंडोरी और शहडोल में स्थानीय नदियां उफान पर हैं और कई बस्तियों में पानी घुस चुका है।
बस्तियों में घुसा पानी, लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त
बारिश से न सिर्फ सड़कें जलमग्न हैं, बल्कि आवासीय कॉलोनियों और ग्रामीण इलाकों में पानी भर गया है।
- बालाघाट के कुछ हिस्सों में लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं।
- मंडला जिले के आदिवासी गांवों में कच्चे मकानों में पानी भरने से नुकसान हुआ है।
- स्कूलों को अस्थायी रूप से बंद करना पड़ा है और कुछ क्षेत्रों में बिजली-पानी की सप्लाई भी ठप है।
वीडियो में देखें हालात: जान जोखिम में डाल रहे लोग
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि:
- लोग उफनती नदियों को लकड़ी के सहारे पार कर रहे हैं
- कई स्थानों पर बच्चे और बुजुर्ग भी बहाव के बीच फंसे नजर आ रहे हैं
- पुल के ऊपर से गाड़ियां गुजरने की कोशिश कर रही हैं, जो बेहद खतरनाक है
- एक वीडियो में देखा गया कि ट्रैक्टर पलटते-पलटते बचा, जिसमें मजदूर सवार थे
प्रशासन ने की चेतावनी जारी, SDRF-Police अलर्ट
राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन ने प्रभावित जिलों में अलर्ट जारी किया है। एसडीआरएफ, पुलिस और जिला प्रशासन की टीमें तैनात की गई हैं।
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से बयान में कहा गया:
“लोग नदियों और पुलों को पार करने का प्रयास न करें। जहां कहीं भी पानी का बहाव हो, वहां से दूरी बनाएं।”
मौसम विभाग का अलर्ट: 30 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी
IMD (भारतीय मौसम विभाग) ने अगले 48 घंटों के लिए 30 से अधिक जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। इनमें शामिल हैं:
- रीवा, सतना, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी
- छिंदवाड़ा, बालाघाट, मंडला, सिवनी
- होशंगाबाद, बैतूल, हरदा और धार जिले
जनजीवन और यात्रा पर असर
- ग्रामीण क्षेत्रों से शहरों की ओर आपूर्ति बाधित
- स्कूल, आंगनवाड़ी और पंचायत कार्यालयों में अवकाश
- मरीजों को अस्पताल पहुंचाने में मुश्किलें
- कई ट्रेनों और बसों का मार्ग बदला गया
मध्यप्रदेश में बाढ़ जैसे हालात गंभीर चिंता का विषय हैं। हालांकि प्रशासन सक्रिय है, लेकिन लोगों को भी संवेदनशीलता और सावधानी बरतने की जरूरत है।
बारिश प्रकृति की देन है, लेकिन लापरवाही से यह जानलेवा भी बन सकती है। सरकार और जनता मिलकर ही इस आपदा से सुरक्षित निकल सकते हैं।
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