
हादसे से हड़कंप, टायर फटने से गाड़ी अनियंत्रित होकर पलटी
Best Indore News: इंदौर-धार रोड पर सोमवार देर शाम एक दूध वाहन के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से एक युवक की मौत हो गई जबकि दो अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा उस वक्त हुआ जब वाहन का एक टायर अचानक फट गया, जिससे गाड़ी अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पलट गई।
बताया जा रहा है कि दुर्घटनाग्रस्त वाहन में चालक के साथ-साथ तीन अन्य लोग भी मौजूद थे, जिनमें दो लोग रास्ते में लिफ्ट लेकर बैठे थे। हादसे में सबसे ज्यादा चोट एक युवक को आई, जिसे गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
क्या था हादसे का पूरा विवरण?
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दूध से भरा मिनी ट्रक धार की ओर जा रहा था। जैसे ही गाड़ी बडवानी फाटे के पास पहुंची, तेज गति में चल रहे वाहन का अचानक आगे का टायर फट गया, जिससे ड्राइवर गाड़ी पर से नियंत्रण खो बैठा। वाहन अनियंत्रित होकर दायीं ओर पलट गया और कई मीटर तक घिसटता चला गया।
दुर्घटना में शामिल वाहन:
- वाहन प्रकार: मिनी ट्रक (दूध परिवहन हेतु)
- गंतव्य: धार डेयरी
- चालक और तीन अन्य व्यक्ति सवार
हादसे में क्या हुआ नुकसान?
- मृतक युवक की पहचान – 28 वर्षीय राजेश मीणा, निवासी महू (जिला इंदौर), जो धार जा रहा था और बीच रास्ते में वाहन से लिफ्ट ली थी।
- घायल युवक – 30 वर्षीय फिरोज खान, निवासी बेटमा, जिसे गंभीर चोटें आई हैं।
- चालक भी घायल, परंतु स्थिति स्थिर बताई जा रही है।
सभी घायलों को इंदौर एमवाय अस्पताल लाया गया, जहां एक की मौत हो गई और दो का इलाज जारी है।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
हादसे की सूचना मिलते ही राजेन्द्र नगर थाना पुलिस और हाईवे पेट्रोलिंग टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने वाहन को क्रेन की सहायता से हटाया, और घायलों को तत्काल 108 एंबुलेंस से अस्पताल भिजवाया।
पुलिस द्वारा मामले की जांच शुरू कर दी गई है और वाहन चालक के खिलाफ लापरवाही से वाहन चलाने की धारा 279, 337, 304A के तहत केस दर्ज किया गया है।
“ऐसा प्रतीत होता है कि वाहन में तकनीकी खामी थी। टायर फटना मुख्य कारण हो सकता है, लेकिन हम अन्य पहलुओं की भी जांच कर रहे हैं।”
– एसआई अनिल वर्मा, राजेन्द्र नगर थाना
लिफ्ट लेकर जा रहे यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल
इस हादसे ने एक बार फिर हाईवे पर चलने वाले ट्रांसपोर्ट वाहनों में लिफ्ट देने की व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अक्सर देखा जाता है कि दूध, फल या अन्य माल से भरे छोटे व्यवसायिक वाहन सवारी भी बैठा लेते हैं। न तो इन वाहनों में यात्रियों के लिए सीटिंग अरेंजमेंट होता है और न ही कोई सुरक्षा उपाय।
“हमने केवल 15 किमी के लिए लिफ्ट ली थी, पर सोचा नहीं था कि हादसा हो जाएगा।” – घायल फिरोज खान
हाईवे पर वाहनों की फिटनेस की जांच हो आवश्यक
ऐसे हादसे उन व्यावसायिक वाहनों की जांच प्रणाली पर भी सवाल उठाते हैं, जो बिना नियमित फिटनेस चेक के सड़कों पर दौड़ते हैं। अधिकतर ड्राइवर तेज गति और ओवरलोडिंग के कारण ऐसे हादसों को न्योता देते हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि:
- हर 6 महीने में वाहनों की टायर जांच अनिवार्य की जानी चाहिए
- लिफ्ट यात्रियों पर स्पष्ट प्रतिबंध हो
- हाईवे पेट्रोलिंग को सतर्क किया जाए, खासकर व्यावसायिक गाड़ियों पर निगरानी बढ़ाई जाए
प्रत्यक्षदर्शियों की आपबीती
घटना के समय सड़क पर काफी ट्रैफिक था। प्रत्यक्षदर्शी विजय पाटीदार ने बताया:
“एक तेज धमाके की आवाज आई और तुरंत बाद ट्रक पलट गया। लोग चिल्लाते हुए बाहर निकले। हमने खुद घायलों को ट्रक से बाहर निकाला।”
लगातार बढ़ रहे हैं सड़क हादसे
इंदौर-धार रोड पर पिछले तीन महीनों में सड़क हादसों की संख्या में 20% तक वृद्धि हुई है। विशेषज्ञों का मानना है कि इसकी मुख्य वजहें हैं:
- ओवरस्पीडिंग
- पुराने टायरों का इस्तेमाल
- गाड़ी में ओवरलोडिंग
- सड़क किनारे सही बैरिकेडिंग और साइन बोर्ड का अभाव
इंदौर-धार रोड पर हुआ यह हादसा न केवल एक दर्दनाक घटना है, बल्कि यह बताता है कि सड़क सुरक्षा नियमों की अनदेखी और लापरवाही कितनी खतरनाक साबित हो सकती है। प्रशासन को चाहिए कि सड़क सुरक्षा नियमों को और अधिक सख्ती से लागू करे, वहीं आम जनता को भी अपने और दूसरों की सुरक्षा के लिए सावधानीपूर्वक यात्रा करनी चाहिए।
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