
मेट्रो सेवा को एक महीने पूरे
Best Indore News: 31 मई 2025 को इंदौर की Yellow Line यानी Super Priority Corridor—देवी अहिल्या शताब्दी टर्मिनल से वीरांगना झलकारी बाई स्टेशन (5 स्टेशनों तक, 6 किमी)—की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से की गई पहला हफ्ता मुफ्त यात्रा योजना के तहत रहा जिसमें 3 दिनों में 50,000 से अधिक लोग यात्रा कर चुके थे
शुरुआत में हुआ उत्साह
- 1–7 जून (फ्री राइड पीरियड): लगभग 1.43 लाख यात्रियों ने मेट्रो की सुविधा ली ।
- 8–14 जून (75 % छूट): धीरे-धीरे किराया ₹5–8 तक संवर्द्धित हुआ; लेकिन फिर भी तकरीबन 35,000 यात्री रोज़ाना आए ।
यात्रियों की गिरावट – क्यों रुकी सवारी?
तीसरे सप्ताह (15–21 जून):
- किराया ₹10–15 हुआ (50 % डिस्काउंट), फिर भी केवल लगभग 15,000 ही रोज़ सवार रहे ।
- सप्ताहिक कुल यात्रियों में 70 % गिरावट—यह स्पष्ट था कि मुफ्त या छूट योजनाओं के बाद सवारी जल्दी कम हो गई ।
🌧 चौथे सप्ताह (22 जून के बाद):
समय सारिणी में बदलाव – नया टाइम-टेबल
- कार्यदिवस (सोमवार–शुक्रवार)
- समय: 10 AM से 6 PM तक
- ट्रेन आवृत्ति: हर 1 घंटे में
- वीकेंड (शनिवार–रविवार)
- समय: 8 AM से 8 PM तक
- ट्रेन आवृत्ति: हर 30 मिनट में
किराए में वृद्धि – कैसे बढ़ा दे**
| यात्रा दूरी | फ्री – फेज 1 | 75 % छूट | 50 % छूट | 25 % छूट (अब) | पूरी दर |
|---|---|---|---|---|---|
| 2 स्टेशन | ₹0 | ₹5 | ₹10 | ₹15 | ₹20 |
| लंबी दूरी | ₹0 | ₹8 | ₹15 | ₹23–25 | ₹30 |
क्यों घटा रुझान?
- रूट संकीर्ण और अपर्याप्त:
पांच ही स्टेशनों की लम्बाई काफी सीमित; लोग इसे आवागमन के लिए उपयोगी मान नहीं रहे । - कीमत ज्यादा लगे:
मुफ्त या छूट खत्म होने पर किराया ₹15–25 हो गया—जो पुनरावृत्ति यात्राओं के लिए भारी लगता है । - संचालन समय में कटौती:
सुबह 8 से शाम 8 की जगह अब वीकडे पर केवल 10–6 बजे ही उपलब्धता है—स्टूडेंट्स, ऑफिस जाने वालों के लिए असुविधा
विस्तार से आने की उम्मीद
इंदौर मेट्रो की सक्रियता बढ़ाने के लिए:
- गांधी नगर स्क्वायर से रेडिसन स्क्वायर तक (17.5 किमी) Priority Corridor अक्टूबर 2025 तक शुरू करने की योजना है
- स्टेशनों के आसपास पार्किंग सुविधाएं, फीडर ट्रांसपोर्ट, और समेकित यात्री सुविधाएँ विकसित हो रही हैं ।
विशेषज्ञ क्या कह रहे हैं?
- Urban Transit अध्ययन बताते हैं कि शुरुआत में 25–35 % ही अपेक्षित राइडरशिप मिलती है, जो विस्तार के साथ स्पष्टता से बढ़ती है ।
- रैडिट उपयोगकर्ताओं ने भी कहा कि Tier‑2 शहरों में मेट्रो शुरुआत में कम उपयोगी लगती है, लेकिन विस्तार से ग्रोथ मिलती है ।
“Delhi metro started slow too, but after कुछ अतिरिक्त लाइन और विस्तार, इसका उपयोग काफी बढ़ा” ।
- पहला माह मेट्रो के लिए उत्साह और बड़े आंकड़ों वाला रहा, लेकिन फ्री राइड खत्म होने और लीक-आउट रूट के कारण राइडरशिप गिर गई।
- समय सारिणी में बदलाव और किराए में बढ़ोतरी के बावजूद घंटे में 1 ट्रेन और कम परिचालन समय, रोज़मर्रा के यात्रियों को सुविधा नहीं दे पा रहा।
- इससे पता चलता है कि उपयोगिता, रूट विस्तार और नियमित किराया संरचना तीनों पर ध्यान देना ज़रूरी है।
आगे की राह
- Priority Corridor विस्तार अक्टूबर तक पूरा होगा—जिससे 髷шीर्तीoursquare, Gandhi Nagar Square तक कनेक्टिविटी मिलेगी।
- प्रेमium योजनाओं जैसे पैकेज पास, सब्सक्रिप्शन मॉडल, और पायलट फीडर बस सेवा लागू की जा सकती है।
- स्थानीय व्यवसाय और आवासीय क्षेत्र के करीब नए स्टेशन बनाए जाएँ, ताकि यात्रियों की संख्या दर्जन-दो दर्जन नहीं, बल्कि हजारों में हो।
आपका क्या विचार है?
क्या इंदौर मेट्रो रोमांचक शुरुआत के बाद सही तरीके से सुधार कर पाएगी?
क्या इसे किराया बढ़ाने से नहीं, बल्कि सुविधा बढ़ा कर लोकप्रियता लौटानी चाहिए?
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