
इंदौर – इंदौर पुलिस की अपराध शाखा ने प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत सस्ते मकान दिलाने का झांसा देकर ठगी करने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। करीब 33 वर्षीय आरोपी ने 15 से अधिक लोगों से लगभग 82 लाख रुपये की ठगी की। पुलिस ने रविवार को आरोपी को गुजरात से गिरफ्तार किया।
एडिशनल डीसीपी राजेश डंडोतिया ने बताया कि चंदन पाटिल और उसके परिवारजनों की शिकायत पर आरोपी जतिन भाई मन्ना उर्फ दीपक ठुकर, उर्फ शैलेश, उर्फ नीरज पटेल, उर्फ पेटे उर्फ संदीप पटेल को पकड़ा गया है। उसकी गिरफ्तारी पर 10 दिन की गहन पूछताछ शुरू कर दी गई है।
प्राथमिक जांच में सामने आया है कि आरोपी खुद को सरकारी अधिकारी बताकर लोगों से संपर्क करता था और प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत सस्ती दरों में मकान दिलाने का भरोसा देता था। लोगों से एडवांस में मोटी रकम वसूलने के बाद वह फरार हो जाता था।
पुलिस इस मामले में और लोगों के सामने आने की संभावना जता रही है। साथ ही आरोपी के अन्य साथियों की तलाश भी की जा रही है।
इंदौर में पीएम आवास योजना के नाम पर ₹82 लाख की ठगी, आरोपी गुजरात से गिरफ्तार
इंदौर – प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत सस्ते मकान दिलाने का झांसा देकर ₹82 लाख की ठगी करने वाले 33 वर्षीय ठग को इंदौर पुलिस की अपराध शाखा ने गुजरात के सूरत से गिरफ्तार किया है। आरोपी ने बार-बार नाम और ठिकाना बदलकर पुलिस को चकमा दिया था।
पुलिस के अनुसार आरोपी ‘जतिन भाई मन्ना’ उर्फ दीपक ठुकर, उर्फ शैलेश, उर्फ नीरज पटेल, उर्फ पेटे उर्फ संदीप पटेल ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स के जरिए मकान तलाशने वालों को अपना शिकार बनाता था। किरायेदार या रूममेट बनकर पीड़ितों से दोस्ती करता और फिर उन्हें सरकारी योजना के तहत सस्ते फ्लैट दिलाने का लालच देता।
उसने दावा किया कि उसका फर्म ‘माफिया द बिजनेस एम्पायर’ इंदौर में पीएमएवाई के तहत बनाए जा रहे फ्लैट्स बेचने का ठेका लिए हुए है। वह लोगों को रिटर्न का वादा कर सस्ती दरों पर फ्लैट न खरीदने का पछतावा दिलाता और उनका भरोसा जीतने के लिए उन्हें सुदामा कॉम्प्लेक्स, सुपर कॉरिडोर, भूरी टेकरी, और अरबिंदो कैंपस जैसे लोकेशनों पर सरकारी प्लॉट्स दिखाता।
मामला तब सामने आया जब इंद्रपुरी कॉलोनी निवासी शिकायतकर्ता चंदन ने पुलिस में मामला दर्ज कराया। उसने बताया कि आरोपी ने उसका रूममेट बनकर ₹10,000 में पीपीएमएवाई के तहत फ्लैट बुक कराया था। जब कई महीनों बाद भी कोई प्रगति नहीं दिखी और आरोपी टालमटोल करने लगा, तो शक हुआ। बाद में जांच में सामने आया कि आरोपी ने इसी तरह 15 से अधिक लोगों से ₹82 लाख से अधिक की ठगी की है।
पुलिस का कहना है कि आरोपी ने ठगी का नेटवर्क चलाने के लिए फर्जी नामों और आईडी का इस्तेमाल किया। उसकी गिरफ्तारी के बाद अब उससे पूछताछ की जा रही है और उसके अन्य साथियों की तलाश की जा रही है।
PMAY घोटाला: 33 वर्षीय आरोपी ने 15+ लोगों से ₹82 लाख ठगे, गुजरात से गिरफ्तार
इंदौर – प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत सस्ते मकान दिलाने का झांसा देकर लोगों से लाखों की ठगी करने वाले एक शातिर ठग को इंदौर क्राइम ब्रांच ने गुजरात के सूरत से गिरफ्तार किया है। आरोपी ने खुद को सरकारी अधिकारी बताकर 15 से ज्यादा लोगों से करीब ₹82 लाख की ठगी की थी।
पुलिस के अनुसार आरोपी जतिन भाई मन्ना उर्फ दीपक ठुकर, उर्फ शैलेश, उर्फ नीरज पटेल, उर्फ पेटे उर्फ संदीप पटेल, लोगों को ‘PMAY’ के तहत फ्लैट दिलाने का झूठा वादा करता था। वह ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर मकान तलाशने वालों को किरायेदार या रूममेट बनकर संपर्क करता और फिर फर्जी दस्तावेज दिखाकर भरोसे में लेता।
उसने दावा किया था कि उसकी कंपनी ‘माफिया द बिजनेस एम्पायर’ को इंदौर में पीएमएवाई के प्रोजेक्ट्स बेचने का ठेका मिला है। वह सस्ते दामों और निवेश पर रिटर्न का लालच देकर लोगों से पैसे वसूलता था। कुछ लोगों को उसने अरबिंदो कैंपस, सुपर कॉरिडोर, भूरी टेकरी और सुदामा कॉम्प्लेक्स जैसी लोकेशनों पर सरकारी फ्लैट्स दिखाए।
अन्य शामिल पीड़ित और ठगी का दायरा
पीड़ितों में चंदन पाटिल के अलावा नमन चौधरी, मोहित बांके, सौरभ पाटिल और गिरिश मेहता जैसे कई लोग शामिल थे, जिन्होंने सामूहिक रूप से ₹82 लाख से अधिक की राशि गंवाई।
अहमदाबाद और मुंबई में भी किया फ्रॉड
पूछताछ के दौरान आरोपी ने अहमदाबाद और मुंबई में भी आरटीओ अधिकारी और बीएमसी कर्मचारी बनकर लोगों को ठगा। उसने 10 लाख से 20 लाख तक की ठगी की बात स्वीकार की है।
आरोपी का आपराधिक इतिहास और केस दर्ज
दीपक का आपराधिक रिकॉर्ड पहले से मौजूद है, जिसमें बलात्कार और अन्य गंभीर धाराएं दर्ज हैं। इस मामले में उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 316(2), 318(4), 336, 338 और 340 के तहत केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया है और आगे की जांच जारी है।