
MP, Ujjain News: मध्यप्रदेश के उज्जैन में वर्ष 2028 में आयोजित होने वाले सिंहस्थ महाकुंभ के लिए केंद्र और राज्य सरकार ने मिलकर तैयारियों की रफ्तार तेज कर दी है। इस क्रम में रेलवे बोर्ड के चेयरमैन एवं CEO जितेंद्र बोक्सी उज्जैन पहुंचे और रेलवे परियोजनाओं का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि सिंहस्थ के दौरान देशभर से श्रद्धालुओं के आगमन को ध्यान में रखते हुए रेलवे 100 से अधिक स्पेशल ट्रेनें चलाएगा, ताकि सभी यात्रियों को सुरक्षित, सुविधाजनक और समय पर आवागमन उपलब्ध हो सके।
मध्यप्रदेश का धार्मिक और सांस्कृतिक गौरव – सिंहस्थ 2028
सिंहस्थ मध्यप्रदेश की धार्मिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पहचान का प्रतीक है। उज्जैन में हर 12 वर्षों में आयोजित होने वाला यह आयोजन करोड़ों श्रद्धालुओं और पर्यटकों को आकर्षित करता है। अनुमान है कि इस बार 4.5 करोड़ से अधिक श्रद्धालु उज्जैन पहुंचेंगे।
रेलवे इस बार मल्टी लेवल इंफ्रास्ट्रक्चर प्लान के तहत व्यवस्था कर रहा है, जिसमें विशेष ट्रेनें, रिडिजाइन स्टेशन, भीड़ प्रबंधन और श्रद्धालुओं के लिए डिजिटल सुविधाएं शामिल हैं।
उज्जैन स्टेशन का कायाकल्प: नया रूप, नई सुविधाएं
रेलवे चेयरमैन ने बताया कि उज्जैन स्टेशन को विश्वस्तरीय सुविधाओं से युक्त किया जाएगा:
- दो नए प्लेटफॉर्म का निर्माण
- स्मार्ट टिकटिंग और डिजिटल डिस्प्ले
- स्वच्छता, पेयजल और बैठने की बेहतर व्यवस्था
- बुजुर्ग और दिव्यांगों के लिए अलग सहायता केंद्र
- सर्कुलेटिंग एरिया का विस्तार और पार्किंग की नई व्यवस्था
100+ स्पेशल ट्रेनें: श्रद्धालुओं के लिए सुविधा का वादा
रेलवे विभाग उज्जैन आने वाले यात्रियों की संख्या को ध्यान में रखते हुए दिल्ली, मुंबई, लखनऊ, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु, जयपुर, अहमदाबाद समेत दर्जनों शहरों से विशेष ट्रेनें चलाएगा। ट्रेन संचालन सिंहस्थ शेड्यूल के अनुसार होगा।
रेल सिंहस्थ मोबाइल ऐप भी लॉन्च किया जाएगा जिसमें लाइव ट्रेन स्टेटस, स्टेशन मैप, भीड़ की स्थिति और मेडिकल सहायता की जानकारी होगी।
रेलवे + प्रशासन का साझा प्लान
मध्यप्रदेश शासन, उज्जैन प्रशासन और रेलवे बोर्ड ने मिलकर सिंहस्थ की तैयारी के लिए एक संयुक्त कार्य योजना बनाई है। इसमें शामिल हैं:
- ट्रैफिक मैनेजमेंट
- आपदा प्रबंधन
- वाटर लॉजिस्टिक्स
- ड्रोन निगरानी
- मेडिकल टीम और एंबुलेंस की तैनाती
- CCTVs और महिला सुरक्षा के लिए विशेष गश्त
निरीक्षण में क्या हुआ खास?
चेयरमैन जितेंद्र बोक्सी ने इंदौर-उज्जैन रेलमार्ग, माधव नगर, देवास जंक्शन, और फतेहाबाद यार्ड का भी दौरा किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि काम डेडलाइन से पहले पूरे हों, इसकी निगरानी मुख्यालय स्तर से की जाएगी।
मध्यप्रदेश सरकार का फोकस – श्रद्धालुओं की सेवा
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सिंहस्थ को लेकर स्पष्ट किया है कि यह आयोजन केवल धार्मिक नहीं बल्कि मध्यप्रदेश के वैश्विक सांस्कृतिक महत्व को दर्शाने वाला आयोजन है। रेलवे, पर्यटन, शहरी विकास, स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन सभी मिलकर इसे आदर्श आयोजन बनाने में जुटे हैं।
सिंहस्थ 2028 सिर्फ एक धार्मिक मेला नहीं, बल्कि मध्यप्रदेश का गौरवशाली परिचय होगा। रेलवे की सक्रिय भूमिका, स्पेशल ट्रेनें, स्टेशन का कायाकल्प और श्रद्धालुओं की सुरक्षा-सुविधा पर केंद्रित योजनाएं बताती हैं कि भारत और मध्यप्रदेश एक संगठित और तकनीकी दृष्टि से उन्नत आयोजन की ओर बढ़ रहा है।
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