
इंदौर को अब भी इंतज़ार है झमाझम बारिश का
Best Indore News: मध्यप्रदेश में मानसून सक्रिय है और प्रदेश के कई जिलों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है। हालांकि, इंदौर शहर में मानसून का असर अब तक कमजोर ही रहा है। प्रदेश में तीन अलग-अलग टर्फ लाइनें सक्रिय होने के बावजूद इंदौर में अपेक्षित बारिश नहीं हो सकी है। मौसम विभाग का कहना है कि अगले दो दिनों में एक मजबूत सिस्टम विकसित होगा, जिसके बाद इंदौर में तेज और निरंतर बारिश की संभावना है।
अभी क्यों नहीं हो रही है बारिश?
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार:
- वर्तमान में तीन टर्फ लाइनें उत्तर भारत, छत्तीसगढ़ और विदर्भ क्षेत्र में सक्रिय हैं।
- ये सिस्टम प्रदेश के पूर्वी और उत्तरी हिस्सों को प्रभावित कर रहे हैं, लेकिन इंदौर जैसे पश्चिमी भागों तक इनका प्रभाव नहीं पहुंच रहा।
- अरब सागर और बंगाल की खाड़ी दोनों ओर से नमी का संचार कम है।
“टर्फ का असर फिलहाल इंदौर तक नहीं पहुंचा है। लेकिन 48 घंटों के भीतर बंगाल की खाड़ी में लो-प्रेशर एरिया बनेगा। तब इंदौर में भी भारी बारिश शुरू होगी।”
– डॉ. आर. शर्मा, मौसम वैज्ञानिक, IMD
अब तक का मानसून रिपोर्ट कार्ड (इंदौर)
अवधि | सामान्य वर्षा | हुई वर्षा | कमी (%) |
---|---|---|---|
1 जून – 23 जुलाई | 390 मिमी | 138 मिमी | -65% |
इंदौर में इस बार जून और जुलाई दोनों ही महीनों में सामान्य से काफी कम बारिश हुई है। इस वजह से न सिर्फ खेती पर असर पड़ा है, बल्कि जलस्तर और गर्मी भी बढ़ गई है।
गर्मी और उमस से बढ़ी परेशानी
बारिश न होने के कारण तापमान में लगातार इज़ाफा हो रहा है। दिन और रात दोनों समय गर्मी और उमस का असर महसूस हो रहा है।
- दिन का अधिकतम तापमान: 33°C
- रात का न्यूनतम तापमान: 24°C
- नमी (ह्यूमिडिटी): 75-80%
नमी और धूप के कारण गर्मी चुभनभरी हो गई है, जिससे लोग थकान, सिरदर्द और बेचैनी की शिकायत कर रहे हैं
किसान परेशान, खेत सूखने की कगार पर
कम बारिश का सबसे बड़ा असर किसानों पर पड़ा है। कई क्षेत्रों में:
- सोयाबीन और मक्का की फसलें सूखने लगी हैं
- खेतों में दरारें पड़ने लगी हैं
- बुवाई के बाद अब सिंचाई की जरूरत पड़ रही है, लेकिन जल स्रोत भी सीमित हैं
“अगर दो-तीन दिन में बारिश नहीं हुई तो फसल खराब हो जाएगी।”
– किसान मनोहर चौहान, खुड़ैल क्षेत्र
आगे कैसा रहेगा मौसम? (मौसम पूर्वानुमान)
मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ दिनों का अनुमान:
दिनांक | पूर्वानुमान |
---|---|
24 जुलाई | आंशिक बादल, बूंदाबांदी संभव |
25 जुलाई | हल्की बारिश, उमस बनी रहेगी |
26 जुलाई | स्ट्रॉन्ग सिस्टम बन सकता है |
27-29 जुलाई | तेज और निरंतर बारिश की संभावना |
इस बार का मानसून धीरे-धीरे एक्टिव हो रहा है, इसलिए 27 जुलाई के बाद से इंदौर में झमाझम बारिश के आसार जताए गए हैं।
जलस्तर और जलस्रोतों पर असर
बारिश की कमी के चलते यशवंत सागर, बिलावली तालाब, सिरपुर तालाब जैसे प्रमुख जलस्रोतों का जलस्तर घटने लगा है। पीने के पानी और सिंचाई दोनों ही क्षेत्रों में संकट गहराता जा रहा है।
नगर निगम की रिपोर्ट के अनुसार:
- शहर के जलस्रोत औसतन 30-40% क्षमता पर हैं
- यदि 10 दिन में अच्छी बारिश नहीं होती, तो पानी की कटौती संभव है
क्या करें नागरिक?
- जल संरक्षण करें – अनावश्यक पानी की बर्बादी रोकें
- बाहर कम निकलें – गर्मी और उमस से लू लगने का खतरा
- ताजे फल और पानी का सेवन बढ़ाएं
- किसान वैकल्पिक फसल योजना अपनाने की तैयारी करें
इंदौर में तीन टर्फ के बावजूद बारिश न होना मानसून की अस्थिरता को दर्शाता है। हालांकि राहत की बात यह है कि आने वाले 2-3 दिनों में एक मजबूत सिस्टम बनने की संभावना है, जिससे शहरवासियों को तेज और ठंडी बारिश का इंतजार खत्म हो सकता है। लेकिन तब तक सभी को सावधानी और संयम बरतने की जरूरत है।
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