
Best Indore News: इंदौर बायपास पर बढ़ते जाम के मुद्दे पर हाईकोर्ट ने कड़ा रुख अपनाया है। अदालत ने NHAI और ठेकेदार को एक माह के भीतर काम पूरा करने के सख्त निर्देश दिए हैं। साथ ही यह टिप्पणी भी की गई कि पहले सर्विस रोड को तैयार करना प्राथमिकता होनी चाहिए थी, जिससे लोगों को परेशानी न झेलनी पड़ती।
समस्या की जड़: क्यों हुआ जाम का संकट?
इंदौर बायपास पर पिछले कुछ महीनों से सड़क चौड़ीकरण और निर्माण कार्य चल रहा है। इस दौरान सर्विस रोड पूरी तरह तैयार न होने के कारण बायपास पर रोजाना वाहनों की लंबी कतारें लग रही हैं। शहर के बाहरी इलाकों में भी जाम की स्थिति से आम लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है।
व्यापारिक परिवहन, स्कूल बसें और इमरजेंसी वाहन भी जाम में फंस रहे हैं, जिससे जनजीवन पर सीधा असर पड़ा है।
हाईकोर्ट की सख्त टिप्पणी
हाईकोर्ट ने सुनवाई के दौरान कहा:
- “पहले सर्विस रोड बनाना जरूरी था, ताकि निर्माण के दौरान वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध हो।”
- “लोगों को इस तरह की परेशानी झेलना विकास के नाम पर सही नहीं है।”
अदालत ने साफ किया कि अगर तय समय में काम पूरा नहीं हुआ, तो जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी।
NHAI की योजना और ठेकेदार की जिम्मेदारी
नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने आश्वासन दिया कि बचे हुए काम को एक महीने में पूरा किया जाएगा। ठेकेदारों को भी निर्देश दिए गए हैं कि वे 24×7 काम करके प्रोजेक्ट को समयसीमा में खत्म करें।
बायपास पर डाइवर्जन और सुरक्षा व्यवस्था को भी बेहतर बनाने का आदेश दिया गया है।
लोगों की परेशानी और समाधान
स्थानीय लोगों और यात्रियों ने कहा कि इस काम की वजह से रोजाना 30 से 45 मिनट अतिरिक्त जाम में बिताने पड़ते हैं। कई बार एम्बुलेंस तक जाम में फंस जाती है।
हाईकोर्ट ने इस पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए NHAI को डेडलाइन का पालन करने का आदेश दिया।
इंदौर बायपास शहर के ट्रैफिक मैनेजमेंट और आर्थिक गतिविधियों के लिए बेहद अहम है। ऐसे में निर्माण कार्य में देरी न सिर्फ लोगों की परेशानी बढ़ा रही है, बल्कि विकास की गति को भी प्रभावित कर रही है। उम्मीद है कि NHAI और ठेकेदार समयसीमा में काम पूरा करेंगे और इंदौर को जल्द ही जाम से राहत मिलेगी।
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