
Mp Weather News: में मानसून पूरी तरह सक्रिय हो चुका है, और अब राज्य के अधिकांश जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा की चेतावनी जारी की गई है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) द्वारा सोमवार को जारी बुलेटिन के अनुसार, आने वाले 24 से 48 घंटों में प्रदेश के इंदौर, उज्जैन, देवास, रतलाम, ग्वालियर, विदिशा, रायसेन, सीहोर, अशोकनगर, शिवपुरी और श्योपुरकलां जैसे जिलों में भारी बारिश हो सकती है।
मध्य प्रदेश: मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि इन जिलों में तेज हवाओं, गरज-चमक और नदी-नालों के उफान की स्थिति बन सकती है, जिससे जन-जीवन प्रभावित होने की आशंका है। ऐसे में लोगों से सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की गई है।
पूरे प्रदेश पर छाया मानसून, अधिकांश जिलों में बारिश का दौर जारी
सोमवार को प्रदेश के अधिकांश इलाकों में सुबह से ही घने बादलों की चादर छाई रही। कुछ स्थानों पर रुक-रुक कर बारिश होती रही, जबकि कुछ जिलों में तेज बौछारें गिरने से निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बनी। इंदौर, उज्जैन और रतलाम में सुबह के समय हल्की बारिश के बाद दोपहर में गर्म हवा और उमस ने लोगों को परेशान किया। हालांकि रात के समय फिर से बूंदाबांदी ने राहत दी।
ग्वालियर, जो पिछले कुछ दिनों से मानसून की मेहरबानी झेल रहा है, वहां भी सोमवार को 10 मिनट की झमाझम बारिश के बाद सूरज और बादलों के बीच आँखमिचौली चलती रही। रात 9 बजे के बाद पुनः बारिश का सिलसिला शुरू हो गया।
MD ने जारी किया यलो अलर्ट, तेज हवाओं की भी चेतावनी
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ के ऊपर 3.1 किमी की ऊंचाई पर बना ऊपरी हवा का चक्रवात, और साथ ही दक्षिण मध्य उत्तर प्रदेश से बंगाल की खाड़ी तक फैली द्रोणिका के कारण मध्य प्रदेश में भारी नमी आ रही है। इसके चलते पश्चिमी और उत्तर-पश्चिमी मप्र में भारी वर्षा की संभावना बन रही है।
मौसम विभाग ने बताया कि आने वाले 24 घंटे में कुछ जिलों में 30 से 40 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं, जो पेड़ गिरने, बिजली के खंभों के हिलने और यातायात में बाधा जैसी स्थितियां पैदा कर सकती हैं।
इन जिलों में भारी वर्षा की संभावना:
- इंदौर, देवास, उज्जैन, रतलाम – गरज चमक के साथ भारी बारिश
- ग्वालियर, अशोकनगर, गुना – बहुत भारी वर्षा का यलो अलर्ट
- श्योपुरकलां, शिवपुरी – कहीं-कहीं अत्यंत भारी वर्षा की चेतावनी
- विदिशा, रायसेन, सीहोर – भारी वर्षा की संभावना, जलभराव और निचले क्षेत्रों में खतरा
नदी-नाले उफान पर, प्रशासन अलर्ट
लगातार बारिश के चलते प्रदेश के कई हिस्सों में नदी-नालों का जलस्तर बढ़ गया है। प्रशासन ने संवेदनशील इलाकों में बचाव दलों को तैनात कर दिया है। इंदौर, उज्जैन और सीहोर जिलों में निचले इलाकों से लोगों को हटाने के निर्देश दिए गए हैं।
विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में पुल-पुलियाओं पर पानी बहने की घटनाएं सामने आ रही हैं, जिससे आवागमन बाधित हो सकता है। स्कूलों और सरकारी कार्यालयों को भी सतर्कता के निर्देश दिए गए हैं।
तापमान में गिरावट, लेकिन उमस बनी रही
हालांकि मानसून के सक्रिय होने से दिन के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है, लेकिन उमस भरे वातावरण ने लोगों को हलाकान किया। इंदौर में अधिकतम तापमान 29.2°C दर्ज किया गया, जो सामान्य से 3°C कम था। ग्वालियर में 31°C और भोपाल में 30.5°C अधिकतम तापमान रहा।
रात के समय बारिश के बाद तापमान और गिरा, जिससे लोगों को कुछ राहत मिली, लेकिन ह्यूमिडिटी स्तर 80% तक पहुंच जाने से गर्मी का अहसास बना रहा।जनता से अपील: सतर्क रहें, पानी भरे इलाकों से दूर रहें
जनता से अपील: सतर्क रहें, पानी भरे इलाकों से दूर रहें
मौसम विभाग और राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने आम जनता से आग्रह किया है कि वे:
- बारिश के दौरान खुले स्थानों पर न रहें,
- नदी-नालों को पार न करें,
- बिजली गिरने की आशंका में पेड़ों और खुले मैदानों से दूर रहें,
- तथा मौसम से संबंधित सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए बारिश के नज़ारे
सोमवार को सोशल मीडिया पर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से बारिश के वीडियो और तस्वीरें वायरल होती रहीं। देवास के पावन क्षेत्र में बहते झरनों का वीडियो, उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर परिसर में गिरती बारिश, और इंदौर के राजवाड़ा चौक पर बारिश में नाचते युवाओं का दृश्य देखने लायक था।
मध्य प्रदेश में मानसून ने अपनी मौजूदगी दर्ज करा दी है और अब लगातार बारिश का दौर शुरू हो चुका है। हालांकि यह राहत भी दे रहा है, लेकिन साथ ही प्राकृतिक खतरे भी बढ़ रहे हैं। ऐसे में अब प्रशासन और आम जनता दोनों की सजगता और संयम से ही इस मौसम को सुरक्षित और लाभकारी बनाया जा सकता है।
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