
Best Indore News इंदौर एक बार फिर इतिहास रचने के कगार पर है। देश के सबसे स्वच्छ शहर की सूची में इंदौर का आठवीं बार शीर्ष स्थान पक्का माना जा रहा है। स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 के परिणाम आज घोषित किए जाएंगे और सभी निगाहें इस पर टिकी हुई हैं कि इंदौर इस बार भी नंबर-1 की कुर्सी पर कायम रहता है या नहीं। हालांकि, संकेत साफ हैं कि इंदौर की सफाई व्यवस्था और जनसहभागिता ने फिर बाजी मारी है।
स्वच्छता का प्रतीक बना इंदौर
इंदौर ने बीते वर्षों में जिस प्रकार स्वच्छता के क्षेत्र में अद्वितीय कार्य किया है, वह अन्य शहरों के लिए मिसाल बन चुका है। यहाँ कचरा प्रबंधन से लेकर सड़कों की सफाई, पब्लिक टॉयलेट्स की सुविधा और वेस्ट से वेल्थ के प्रोजेक्ट्स तक सब कुछ सुनियोजित तरीके से लागू किया गया है। नगर निगम और नागरिकों की साझेदारी ने इस उपलब्धि को संभव बनाया है।
भोपाल, देवास और शाहगंज भी सम्मानित
स्वच्छता के इस राष्ट्रीय अभियान में सिर्फ इंदौर ही नहीं, बल्कि मध्य प्रदेश के अन्य शहर भी पीछे नहीं हैं। भोपाल, देवास और शाहगंज को प्रेसिडेंशियल अवार्ड से नवाजा गया है, जो इस बात का प्रमाण है कि पूरे प्रदेश ने इस अभियान को एक आंदोलन का रूप दे दिया है।
- भोपाल को मेट्रो सिटी कैटेगरी में उत्कृष्ट स्वच्छता कार्यों के लिए सम्मानित किया जा रहा है।
- देवास को मिड-साइज शहरों की श्रेणी में खास पहचान मिली है।
- शाहगंज, एक छोटा सा कस्बा होते हुए भी, जनसहभागिता और नवाचार के लिए अवॉर्ड का हकदार बना है।
क्या है स्वच्छ सर्वेक्षण?
स्वच्छ सर्वेक्षण भारत सरकार का एक वार्षिक अभियान है, जिसमें शहरी क्षेत्रों की सफाई, नागरिक भागीदारी, अपशिष्ट प्रबंधन, स्वच्छता अभियान और तकनीकी पहलुओं का मूल्यांकन किया जाता है। 2024 के सर्वेक्षण में लाखों नागरिकों की राय, फील्ड इंस्पेक्शन और डिजिटल डॉक्युमेंटेशन के आधार पर शहरों की रैंकिंग तय की जा रही है।
इंदौर की सफाई रणनीति के मुख्य बिंदु:
- डोर-टू-डोर वेस्ट कलेक्शन की 100% सुविधा।
- वेस्ट से कंपोस्ट और बायोगैस बनाने के स्मार्ट संयंत्र।
- सार्वजनिक स्थानों की निरंतर मॉनिटरिंग और सफाई।
- जन जागरूकता अभियानों के माध्यम से नागरिक भागीदारी।
- “फ्रीडम फ्रॉम ओपन डिफेकेशन” जैसी योजनाओं का प्रभावशाली क्रियान्वयन।
इंदौर का आत्मविश्वास और जनता का योगदान
इस बार का सर्वेक्षण और अधिक कड़ा था, लेकिन इंदौर ने लगातार सुधार और नवाचार से अपनी स्थिति मजबूत बनाए रखी। स्थानीय प्रशासन से लेकर आम नागरिकों तक सभी ने स्वच्छता को केवल सरकारी काम नहीं, बल्कि अपने सामाजिक उत्तरदायित्व के रूप में अपनाया।
आज आएंगे नतीजे
स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 के नतीजे आज केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा जारी किए जाएंगे। इंदौर के नागरिकों और नगर निगम के अधिकारियों को पूर्ण विश्वास है कि उनका शहर फिर से नंबर-1 का ताज पहनेगा।
यदि इंदौर लगातार आठवीं बार देश का सबसे स्वच्छ शहर बनता है, तो यह न केवल इंदौरवासियों के लिए गर्व की बात होगी, बल्कि पूरे भारत के लिए यह एक
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