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आज का पंचांग – शुक्रवार, 20 जून 2025

आज का पंचांग – शुक्रवार, 20 जून 2025 आषाढ़ माह कृष्ण पक्ष नवमी तिथि, दिन का शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय हर दिन की शुरुआत एक शुभ जानकारी के साथ करना ज़रूरी होता है, और उसमें सबसे महत्वपूर्ण होता है पंचांग का ज्ञान। हिन्दू धर्म में पंचांग को विशेष स्थान प्राप्त है, क्योंकि यह शुभ तिथियों, योगों और मुहूर्तों की जानकारी देता है। पंचांग विवरण : तिथि एवं नक्षत्र : आज का दिन शुक्र ग्रह से प्रभावित है, जो सौंदर्य, प्रेम और समृद्धि से जुड़ा होता है। अतः आज का दिन खास तौर पर सुंदरता से जुड़ी चीजों, कलात्मक कार्यों और रिश्तों को मजबूत करने के लिए अनुकूल माना जा सकता है। सूर्य और चंद्र गणना चंद्रमा आज मीन राशि में संचार कर रहा है, जो संवेदनशीलता, कल्पनाशीलता और आध्यात्मिक प्रवृत्तियों को बढ़ावा देता है। हिंदू मास और संवत्सर ग्रीष्म ऋतु का यह अंतिम चरण है, जहाँ सूर्य की ऊर्जा प्रबल होती है और शरीर में गर्मी की अधिकता महसूस होती है। ऐसे में जल तत्वों से जुड़ी पूजा और शीतल उपाय फायदेमंद होते हैं। अशुभ मुहूर्त (दोष काल) इन समयों में कोई नया कार्य शुरू करना अशुभ माना जाता है। अतः विवाह, नया व्यवसाय, यात्रा या पूजन आदि को इन समयों में टालना उचित रहेगा। शुभ मुहूर्त यदि आपको आज कोई महत्वपूर्ण कार्य आरंभ करना है और अन्य शुभ मुहूर्त उपलब्ध नहीं है, तो अभिजीत मुहूर्त का लाभ उठाया जा सकता है। यह विशेष काल होता है जब सूर्य अपने उच्चतम बल में होता है और सभी कार्यों में सफलता दिला सकता है। विशेष सलाह आज शुक्र ग्रह के प्रभाव और मीन चंद्रमा की ऊर्जा के कारण रचनात्मक कार्यों, प्रेम संबंधों और आध्यात्मिक साधना के लिए दिन अत्यंत उपयुक्त है। साथ ही, जल तत्व का अधिक सेवन करें और ध्यान-योग जैसे शीतल क्रियाओं में समय दें।

इंदौर से 22 जून को होगी श्रीकृष्ण संगीतमय यात्रा की शुरुआत, 11 शहरों तक पहुंचेगी श्रद्धा की गूंज

Indore News: 11 शहरों में कृष्ण भक्ति की संगीतमय यात्रा का आयोजन होने जा रहा है। यह एक आध्यात्मिक और संगीतमय अनुभव है। जिसकी शुरुआत 22 जून को इंदौर से होगी।   मध्य प्रदेश के 11 शहरों में कृष्ण भक्ति की संगीतमय यात्रा का आयोजन होने जा रहा है। इसकी शुरुआत इंदौर से होगी। इस यात्रा के माध्यम से श्रीकृष्ण के जीवन और शिक्षाओं को संगीत, दर्शन और कहानी के माध्यम से जीवंत किया जाएगा।  इंदौर के लाभ मंडपम में कृष्णभक्ति पर आधारित संगीतमय यात्रा का शुभारंभ किया जाएगा। शहरवासियों के लिए इसका आयोजन दो समय पर किया जाएगा, शाम 4:30 बजे और 7:30 बजे। आयोजक एडी वेंचर्स प्रोडक्शन की टीम ने पत्रकार वार्ता में बताया कि यह संगीतमय प्रस्तुति श्रीकृष्ण को एक विचारक, कलाकार, योद्धा और मार्गदर्शक के रूप में प्रस्तुत करती है, जो आज की पीढ़ी को गहराई से जोड़ती है। इसका नाम ‘कृष्णा- म्यूजिक, ब्लिस एंड बियॉन्ड’ दिया गया है। यह एक आध्यात्मिक और संगीतमय अनुभव है। यह भव्य संगीतमय यात्रा 11 शहरों में आयोजित की जाएगी, जिसकी शुरुआत 22 जून को इंदौर से होगी।   कार्यक्रम का नेतृत्व एक अंतर्राष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त कलाकार अमेय डबली करेंगे, जिन्होंने अब तक 4,000 से अधिक कार्यक्रमों में अपनी प्रस्तुति दी है। वे उस्ताद ज़ाकिर हुसैन, एआर रहमान, पं. राकेश चौरसिया, सलीम-सुलेमान और शान जैसे दिग्गजों के साथ मंच साझा कर चुके हैं। उनकी आवाज़ में भक्ति और आत्मा की गहराई साफ झलकती है। इंदौर की अधिक जानकारी, हर क्षेत्र के सर्वश्रेष्ठ विकल्प और स्थानीय अपडेट्स के लिए हमारी वेबसाइट Best Indore पर जरूर विजिट करें।

आज का पंचांग – गुरुवार, 19 जून 2025

आज का पंचांग – गुरुवार, 19 जून 2025 पंचांग विवरण : तिथि एवं नक्षत्र सूर्य और चंद्रमा का समय  हिंदू कालगणना आज के शुभ मुहूर्त मुहूर्त का नाम समय अवधि विशेषता ब्रह्म मुहूर्त 04:03 AM – 04:43 AM ध्यान, जप और योग के लिए श्रेष्ठ समय अभिजीत मुहूर्त 11:55 AM – 12:50 PM कोई भी कार्य शुरू करने के लिए अति शुभ समय विजय मुहूर्त 02:42 PM – 03:38 PM विजय और सफलता के लिए अनुकूल गोधूलि मुहूर्त 07:20 PM – 07:40 PM संध्या वंदन, गृह प्रवेश आदि के लिए उपयुक्त अमृत काल 06:42 AM – 08:13 AM मांगलिक कार्यों हेतु अति लाभकारी समय सर्वार्थ सिद्धि योग 11:17 AM से पूरे दिन भर सभी कार्यों में सफलता प्रदान करने वाला योग आज के अशुभ मुहूर्त अशुभ काल समय अवधि विवरण राहु काल 02:07 PM – 03:52 PM शुभ कार्यों से परहेज करें यमगण्ड काल 05:23 AM – 07:08 AM यात्राएं या नए कार्य इस समय टालें गुलिक काल 08:53 AM – 10:38 AM शुभ कार्यों के लिए अनुचित समय आर्द्र योग 05:23 AM – 11:17 PM मानसिक भ्रम व अस्थिरता देने वाला योग विधाल योग 11:17 PM – 05:24 AM (20 जून) निर्णय लेने के लिए अनुपयुक्त समय पंचक पूरे दिन लकड़ी, छत, शव यात्रा जैसे कार्य टालें विशेष जानकारी टिप : यदि आप गृह प्रवेश, नया व्यवसाय, यात्रा, शुभ आयोजन या धार्मिक कार्य की योजना बना रहे हैं, तो अभिजीत मुहूर्त या सर्वार्थ सिद्धि योग का उपयोग करें।

Aaj Ka Panchang (आज का पंचांग), 18 June 2025 : आज आषाढ़ कृष्ण सप्तमी तिथि, जानें शुभ मुहूर्त का समय

आज का पंचांग – 18 जून 2025 : आज का दिन धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से अत्यंत विशेष माना जा रहा है। एक ओर यह दिन अनेक शुभ योगों से युक्त है, वहीं दूसरी ओर कुछ अशुभ समयों का भी ध्यान रखना आवश्यक होगा। आइए, चरणबद्ध रूप से जानते हैं आज का पूरा विवरण: पंचांग विवरण   दिनांक: 18 जून 2025, बुधवार  तिथि: आषाढ़ कृष्ण पक्ष सप्तमी  तिथि समाप्ति: दोपहर 01:35 बजे तक  अगली तिथि: इसके बाद अष्टमी तिथि प्रारंभ विक्रम संवत्, शक और हिजरी पंचांग अनुसार: सूर्य और चंद्र स्थिति: नक्षत्र, योग और करण: शुभ मुहूर्त : इन मुहूर्तों में कोई भी पूजा-पाठ, यज्ञ, मंत्र सिद्धि या शुभ काम आरंभ करना अत्यंत लाभकारी रहेगा।  अशुभ मुहूर्त: इन अशुभ कालों में किसी नए कार्य की शुरुआत से बचना चाहिए। विशेषतः राहुकाल में कोई भी यात्रा या महत्वपूर्ण निर्णय लेना टालना उचित होता है।  विशेष जानकारी:

आज का पंचांग – 17 जून 2025 (Aaj Ka Panchang, 17 June 2025)षष्ठी तिथि और शतभिषा नक्षत्र का विशेष संयोग

आज का पंचांग – 17 जून 2025 : आज का दिन धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से अत्यंत विशेष माना जा रहा है। एक ओर यह दिन अनेक शुभ योगों से युक्त है, वहीं दूसरी ओर कुछ अशुभ समयों का भी ध्यान रखना आवश्यक होगा। आइए, चरणबद्ध रूप से जानते हैं आज का पूरा विवरण: पंचांग विवरण  तिथि: आषाढ़ कृष्ण पक्ष षष्ठी दिनांक: 17 जून 2025 विक्रम संवत: 2082 शक संवत: 1947 इस्लामिक तिथि: जिल्हिज्जा 20, हिजरी 1446 ऋतु: ग्रीष्म सूर्य की स्थिति: उत्तरायण, उत्तर गोलार्ध चंद्र स्थिति: आज चंद्रमा पूरे दिन कुंभ राशि में संचार करेगा, जो मानसिक स्पष्टता और भविष्य की योजना के लिए उत्तम मानी जाती है। आज के नक्षत्र, योग व करण ध्यान देने योग्य बात यह है कि नक्षत्र और योग का प्रभाव आपके दिन की ऊर्जा को काफी प्रभावित करता है। इसलिए, शुभ समय पर आरंभ किए गए कार्यों में सफलता की संभावना अधिक रहती है। सूर्य और चंद्रमा का समय इसका तात्पर्य यह है कि दिन की शुरुआत ऊर्जा से भरपूर रहेगी, और चंद्रमा की स्थिति आपके भावनात्मक संतुलन को बनाए रखने में सहायक होगी। वहीं, सूर्य की उत्तरायण स्थिति आपको सकारात्मक दृष्टिकोण बनाए रखने में मदद करेगी। शुभ मुहूर्त मुहूर्त समय ब्रह्म मुहूर्त     4:03 AM – 4:43 AM विजय मुहूर्त   2:42 PM – 3:38 PM गोधूलि बेला   7:20 PM – 7:40 PM निशीथ काल   12:02 AM – 12:42    AM (रात्रि) अमृत काल   12:22 PM – 2:07 PM इन शुभ समयों में नए कार्य, पूजा-पाठ, व्रत प्रारंभ, यात्रा या शुभ निर्णय लेना अत्यंत लाभकारी रहेगा। साथ ही, यदि आप किसी रुके हुए कार्य को दोबारा शुरू करना चाहते हैं, तो इन मुहूर्तों का अवश्य लाभ लें। अशुभ समय (दोषकाल) मुहूर्त समय राहुकाल 3:00 PM – 4:30 PM गुलिक काल 12:00 PM – 1:30 PM यमगंड काल 9:00 AM – 10:30 AM दुर्मुहूर्त 8:11 AM – 9:07 AM पंचक पूरे दिन सक्रिय रहेगा इन समयों में, कोई भी नया कार्य, सौदेबाज़ी, खरीदारी या शुभारंभ से बचना चाहिए। विशेष रूप से, पंचक काल में लकड़ी, अग्नि या दक्षिण दिशा से जुड़ा कोई भी कार्य टालना चाहिए। आज का विशेष उपाय आज भगवान शिव का गाय के कच्चे दूध से अभिषेक करें। इससे न केवल मानसिक शांति प्राप्त होती है, बल्कि ग्रह दोष और पितृ दोष भी शिथिल होने लगते हैं। इसके अलावा, यह उपाय आपकी मनोकामना पूर्ण करने के लिए भी प्रभावशाली माना गया है। यदि आप लगातार मानसिक तनाव या अनिश्चितता का सामना कर रहे हैं, तो यह अभिषेक आपकी ऊर्जा को शुद्ध और केंद्रित करता है। अतः, आज के दिन शिव भक्ति के माध्यम से सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त करने का सर्वोत्तम अवसर है। आज का दिन ग्रह-नक्षत्रों की दृष्टि से संतुलित है। शुभ मुहूर्तों का ध्यान रखते हुए अपने कार्यों को नियोजित करें। साथ ही, अशुभ समयों में सावधानी बरतना आवश्यक है। यदि आप ज्योतिषीय मार्गदर्शन से अपने दिन को और बेहतर बनाना चाहते हैं, तो अनुभवी ज्योतिषाचार्य से संपर्क करें।

आज का पंचांग – 16 जून 2025 (सोमवार) शुभ-अशुभ मुहूर्त और ज्योतिषीय विवरण

आज का पंचांग – 16 जून 2025 (सोमवार) शुभ-अशुभ मुहूर्त और ज्योतिषीय विवरण आज का दिन धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से अत्यंत विशेष माना जा रहा है। एक ओर यह दिन अनेक शुभ योगों से युक्त है, वहीं दूसरी ओर कुछ अशुभ समयों का भी ध्यान रखना आवश्यक होगा। आइए, चरणबद्ध रूप से जानते हैं आज का पूरा विवरण:  पंचांग विवरण 🔸 तारीख: 16 जून 2025 🔸 वार: सोमवार 🔸 शक संवत: 1947 🔸 विक्रम संवत: 2082 🔸 हिजरी तिथि: जिल्हिजा 19, 1446 🔸 अंग्रेजी तिथि: Monday, 16 June 2025 🔸 ऋतु: ग्रीष्म 🔸 सौर मास: आषाढ़ मास (प्रविष्टे 02) 🔸 पक्ष: कृष्ण पक्ष 🔸 तिथि: पंचमी (दोपहर 03:32 बजे तक), तत्पश्चात षष्ठी  नक्षत्र, योग एवं करण 🔹 नक्षत्र: धनिष्ठा (रात्रि 01:14 AM तक), फिर शतभिषा नक्षत्र प्रारंभ होगा। 🔹 योग: वैधृति (प्रातः 11:07 AM तक), उसके पश्चात विष्कुंभ योग आरंभ होगा। 🔹 करण: तैतिल (03:32 PM तक), तत्पश्चात वणिज करण।  सूर्य और चंद्र स्थिति 🔸 सूर्योदय: 05:23 AM 🔸 सूर्यास्त: 07:20 PM 🔸 सूर्य राशि: मिथुन 🔸 चंद्रमा: दोपहर 01:10 बजे तक मकर राशि में, फिर कुंभ राशि में प्रवेश।  आज के शुभ मुहूर्त विभिन्न शुभ कार्यों हेतु दिन में कुछ विशेष मुहूर्त उपस्थित हैं। इसलिए यदि आप किसी धार्मिक या महत्वपूर्ण कार्य की योजना बना रहे हैं, तो इन समयों का लाभ उठाएं: 🔸 ब्रह्म मुहूर्त: 04:03 – 04:43 AM – ध्यान और साधना के लिए श्रेष्ठ। 🔸 विजय मुहूर्त: 02:42 – 03:37 PM – शत्रु पर विजय हेतु उत्तम। 🔸 गोधूलि बेला: 07:19 – 07:40 PM – गृह प्रवेश या दीप दान हेतु उत्तम। 🔸 निशीथ काल: 12:02 – 12:42 AM – रात्रिकालीन साधना के लिए उपयुक्त। 🔸 अमृत काल: 05:23 – 07:08 AM – सभी प्रकार के शुभ कार्यों हेतु श्रेष्ठ समय।  अशुभ समय (टालने योग्य काल) हालाँकि आज का दिन कई दृष्टियों से अनुकूल है, परंतु कुछ समय ऐसे हैं जिनमें कोई भी महत्वपूर्ण कार्य आरंभ नहीं करना चाहिए: 🔸 राहुकाल: 07:30 – 09:00 AM 🔸 यमगण्ड: 10:30 – 12:00 PM 🔸 गुलिक काल: 01:30 – 03:00 PM 🔸 दुर्मुहूर्त: 12:50 – 01:46 PM इसलिए, यदि कोई नया कार्य आरंभ करना हो, तो इन अशुभ समयों से बचना श्रेयस्कर रहेगा।  आज का विशेष ज्योतिषीय उपाय – सोमवार विशेष सोमवार का दिन भगवान शिव की उपासना के लिए अत्यंत शुभ माना गया है। खासकर उन लोगों के लिए जो मानसिक अशांति, पारिवारिक कलह या चंद्र दोष से ग्रस्त हैं, यह दिन अत्यंत लाभकारी है।  उपाय करें: – शिवलिंग पर गाय के कच्चे दूध से अभिषेक करें। – “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का 108 बार जाप करें। – रुद्राष्टक या शिव चालीसा का पाठ करें। – चावल, दूध या सफेद फूल का दान करें। प्राप्त लाभ: 🔸 मानसिक शांति में वृद्धि🔸 पारिवारिक जीवन में सुख और सौहार्द🔸 चंद्र दोष से मुक्ति🔸कार्यों में स्थिरता और सफलता अंततः, सोमवार, 16 जून 2025 का दिन धार्मिक और ज्योतिषीय साधना के लिए विशेष रूप से अनुकूल है। विशेष योग और शिव उपासना के साथ यह दिन सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर है। शिव कृपा से अपने दिन की शुरुआत करें और अपने जीवन में स्थिरता, सुख और सफलता प्राप्त करें।  हर हर महादेव!

14 जून 2025 का पंचांग, शुभ-अशुभ मुहूर्त और ज्योतिषीय विवरण

शनिवार, 14 जून 2025 का दिन धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। एक ओर यह दिन कई शुभ योगों से युक्त है, वहीं दूसरी ओर कुछ अशुभ कालों का भी ध्यान रखना आवश्यक होगा। आइए विस्तार से जानते हैं आज का पंचांग, सूर्य-चंद्र स्थिति, शुभ-अशुभ मुहूर्त और ज्योतिषीय सुझाव। पंचांग विवरण सूर्य और चंद्र की स्थिति शुभ मुहूर्त यदि आप आज कोई नया कार्य आरंभ करने की योजना बना रहे हैं, तो निम्नलिखित समय विशेष रूप से अनुकूल रहेंगे: अशुभ मुहूर्त वहीं दूसरी ओर, कुछ समय ऐसे भी होंगे जब कोई भी शुभ कार्य आरंभ करने से बचना चाहिए: ज्योतिषीय सुझाव चूंकि आज शनिवार है, अतः यह दिन शनि देव की आराधना के लिए सर्वश्रेष्ठ माना जाता है।इसलिए, शनि से जुड़े निम्न उपाय अवश्य करें: अंततः, 14 जून 2025 का शनिवार एक ऐसा दिन है जिसमें आध्यात्मिक ऊर्जा, ज्योतिषीय संकेत और मुहूर्त तीनों का अद्भुत समन्वय दिखाई देता है। जहां एक ओर शुभ योग आपको कार्यसिद्धि के लिए प्रोत्साहित करते हैं,वहीं दूसरी ओर अशुभ समय से सावधानी बरतना भी अत्यंत आवश्यक है। अतः आज का दिन भक्ति, साधना और शनि देव की कृपा प्राप्ति हेतु सर्वोत्तम है। इसके अतिरिक्त, यदि आप किसी पुराने कर्ज़ से मुक्ति चाहते हैं या कार्यों में बार-बार बाधा आ रही है, तो आज शनिदेव को सरसों के तेल का दीपक चढ़ाना अत्यंत फलदायक रहेगा।साथ ही, पीपल के वृक्ष की पूजा एवं उसमें जल अर्पण करना भी शनि की कृपा प्राप्त करने का श्रेष्ठ उपाय माना गया है।यही कारण है कि शनिवार को धार्मिक कार्यों के साथ-साथ कर्म सुधार हेतु विशेष प्रयास किए जाते हैं।

जून 2025 व्रत और त्योहार: गुप्त नवरात्रि से रथ यात्रा तक जानिए हर तिथि का महत्व

भारतीय पंचांग के अनुसार हर माह कई धार्मिक व्रत और पर्व मनाए जाते हैं, जो न केवल हमारे धार्मिक जीवन को समृद्ध करते हैं बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक शुद्धि का मार्ग भी प्रशस्त करते हैं। जून 2025 भी विशेष महत्व रखता है क्योंकि इस माह में महेश नवमी, निर्जला एकादशी, वट सावित्री पूर्णिमा, गुप्त नवरात्रि, और जगन्नाथ रथ यात्रा जैसे पर्व पड़ रहे हैं। इस लेख में हम जून 2025 में पड़ने वाले सभी व्रत और त्योहारों की पूरी सूची, उनके धार्मिक महत्व, और पूजन विधियों की जानकारी देंगे, ताकि आप इन्हें अपने कैलेंडर में मार्क कर सकें और इन शुभ अवसरों पर सही रूप से पूजा कर सकें। जून 2025 के व्रत और त्योहारों की तिथिवार सूची : तिथि व्रत / त्योहार तिथि व्रत / त्योहार 4 जून 2025 महेश नवमी 15 जून 2025 मिथुन संक्रांति 5 जून 2025 गंगा दशहरा 21 जून 2025 योगिनी एकादशी 6 जून 2025 निर्जला एकादशी 23 जून 2025 प्रदोष व्रत, मासिक शिवरात्रि 8 जून 2025 प्रदोष व्रत 25 जून 2025 आषाढ़ अमावस्या 10 जून 2025 वट सावित्री पूर्णिमा व्रत 26 जून 2025 आषाढ़ गुप्त नवरात्रि प्रारंभ 11 जून 2025 कबीरदास जयंती, ज्येष्ठ पूर्णिमा 27 जून 2025 जगन्नाथ रथ यात्रा 12 जून 2025 आषाढ़ माह प्रारंभ 28 जून 2025 विनायक चतुर्थी 14 जून 2025 कृष्ण पिंगल संकष्टी चतुर्थी — — 🔹 4 जून – महेश नवमी महेश नवमी का पर्व भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित है। यह ज्येष्ठ मास की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन शिव जी की पूजा करने से संतान सुख की प्राप्ति होती है। जो दंपति संतान सुख की कामना करते हैं, उन्हें इस दिन विशेष व्रत और शिवलिंग अभिषेक करना चाहिए। 🔹 5 जून – गंगा दशहरा गंगा दशहरा को लेकर मान्यता है कि इसी दिन मां गंगा स्वर्ग से पृथ्वी पर अवतरित हुई थीं। गंगा स्नान, दान और गंगा आरती इस दिन विशेष पुण्य फल देती है। इस दिन मानसिक, शारीरिक और आत्मिक पापों का नाश होता है। 🔹 6 जून – निर्जला एकादशी निर्जला एकादशी व्रत को सभी एकादशियों में सबसे कठिन माना जाता है क्योंकि इस दिन बिना जल ग्रहण किए उपवास रखा जाता है। इसे भीमसेन एकादशी भी कहा जाता है। यह व्रत मानसिक शुद्धि, पापों के नाश और मोक्ष प्राप्ति का मार्ग है। 🔹 8 जून – प्रदोष व्रत प्रदोष व्रत भगवान शिव की उपासना का दिन होता है। यह व्रत त्रयोदशी तिथि को आता है और शाम के समय शिवलिंग पर जल, दूध, बेलपत्र चढ़ाने की परंपरा है। यह व्रत व्यक्ति को रोग, दोष और दरिद्रता से मुक्ति दिलाता है। 🔹 10 जून – वट सावित्री पूर्णिमा विवाहित स्त्रियों के लिए यह दिन विशेष महत्व रखता है। इस दिन व्रत रखने वाली स्त्रियां वट (बरगद) वृक्ष की पूजा करती हैं और अपने पति की लंबी आयु की कामना करती हैं। यह व्रत देवी सावित्री की दृढ़ता और पतिव्रता धर्म की प्रेरणा देता है। 🔹 11 जून – कबीरदास जयंती एवं ज्येष्ठ पूर्णिमा संत कबीरदास का जन्मदिन भी इसी दिन मनाया जाता है। वे न केवल कवि बल्कि समाज सुधारक भी थे। उनकी रचनाएं आज भी लोगों को आध्यात्मिकता और मानवता का पाठ पढ़ाती हैं। 🔹 12 जून – आषाढ़ माह का प्रारंभ जून के मध्य में आषाढ़ मास आरंभ होता है। इस माह में श्रीहरि विष्णु की पूजा करना अत्यंत फलदायी माना गया है। विशेषतः सोमवार और एकादशी को उपवास करने से पूर्व जन्मों के पाप नष्ट होते हैं और संतान सुख की प्राप्ति होती है। 🔹 14 जून – कृष्ण पिंगल संकष्टी चतुर्थी इस दिन भगवान गणेश की पूजा की जाती है। चंद्रमा के दर्शन के साथ यह व्रत समाप्त होता है। यह व्रत संकटों को दूर करता है और सौभाग्य में वृद्धि करता है। 🔹 15 जून – मिथुन संक्रांति इस दिन सूर्यदेव वृषभ राशि से निकलकर मिथुन राशि में प्रवेश करते हैं। यह संक्रांति सूर्य उपासना, स्नान और दान के लिए उत्तम समय माना जाता है। 🔹 21 जून – योगिनी एकादशी शास्त्रों में वर्णित है कि योगिनी एकादशी का व्रत करने से 88 हजार ब्राह्मणों को भोजन कराने के बराबर पुण्य फल मिलता है। यह व्रत पापों से मुक्ति और आरोग्य प्रदान करता है। 🔹 23 जून – प्रदोष व्रत एवं मासिक शिवरात्रि एक ही दिन दो विशेष पर्व – प्रदोष व्रत और मासिक शिवरात्रि – इस दिन शिवलिंग पर जलाभिषेक, रुद्राष्टक का पाठ और रात्रि जागरण किया जाता है। 🔹 25 जून – आषाढ़ अमावस्या यह तिथि पितरों की शांति के लिए अति महत्वपूर्ण है। तर्पण, दान और ब्राह्मण भोज का आयोजन करके पितृ ऋण से मुक्ति पाई जाती है। 🔹 26 जून – गुप्त नवरात्रि प्रारंभ गुप्त नवरात्रि उन साधकों के लिए खास होती है जो तंत्र, मंत्र और शक्ति साधना करते हैं। इस नवरात्रि में देवी दुर्गा के गुप्त रूपों की पूजा की जाती है। यह आत्मशक्ति और आंतरिक जागरण का पर्व है। 🔹 27 जून – जगन्नाथ रथ यात्रा पुरी (ओडिशा) में भगवान जगन्नाथ, बलराम और सुभद्रा की विशाल रथ यात्रा निकाली जाती है। इस दिन को देखने के लिए देश-विदेश से लाखों भक्त पुरी पहुंचते हैं। यह आयोजन भक्तिभाव, प्रेम और सेवा की मिसाल है। 🔹 28 जून – विनायक चतुर्थी गणेश चतुर्थी हर माह आती है, लेकिन आषाढ़ मास की विनायक चतुर्थी भी विशेष महत्व रखती है। इस दिन गणेश जी को दूर्वा, मोदक और सिंदूर चढ़ाकर व्रत रखा जाता है। जून 2025 का महीना न केवल धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह आत्मशुद्धि, आराधना और आस्था की अनुभूति का भी समय है। यदि आप व्रत-उपवास, पूजन और पर्वों में श्रद्धा रखते हैं तो ऊपर दी गई तिथियों को अपने जीवन में उतारें और आध्यात्मिक उन्नति की दिशा में एक कदम आगे बढ़ाएं।

13 जून 2025: दैनिक पंचांग का शुभ योग, राहुकाल और जानें क्या करें क्या नहीं!

आज का दिन धार्मिक, आध्यात्मिक और पारिवारिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है। द्वितीया तिथि दोपहर 3:19 बजे तक रहेगी, जिसके बाद तृतीया तिथि आरंभ होगी। इस तिथि परिवर्तन का विशेष ध्यान रखें क्योंकि यह शुभ कार्यों के समय को प्रभावित कर सकता है। आज का पंचांग – 13 जून 2025, शुक्रवार  🔹 तिथि: आषाढ़ कृष्ण द्वितीया 🔹 वार: शुक्रवार 🔹 विक्रम संवत: 2082 | शक संवत: 1947 🔹 चंद्र राशि: धनु तिथि विवरण: द्वितीया तिथि 12 जून दोपहर 2:27 बजे से प्रारंभ होकर 13 जून दोपहर 3:19 बजे तक प्रभावी रहेगी। तदुपरांत, तृतीया तिथि का आरंभ होगा, जिससे कुछ शुभ कार्यों की योजना स्थगित करनी पड़ सकती है। इसलिए, तिथि के परिवर्तन को ध्यान में रखकर ही किसी धार्मिक कार्य की शुरुआत करें। नक्षत्र: पूर्वाषाढ़ा – रात 11:21 बजे तकयोग: शुक्ल – दोपहर 1:48 बजे तक  सूर्योदय: सुबह 5:23 बजे सूर्यास्त: शाम 7:19 बजे चंद्रोदय: रात 9:24 बजे चंद्रोस्त: सुबह 6:23 बजे (14 जून)  आज के शुभ मुहूर्त:  🔸 अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11:53 से दोपहर 12:48 🔸 विजय मुहूर्त: दोपहर 2:42 से 3:37 🔸 गोधूलि मुहूर्त: शाम 7:19 से 7:39 🔸 सायाह्न संध्या: शाम 7:20 से रात 8:22 🔸 अमृत काल: सुबह 10:28 से दोपहर 12:14 इसके अलावा, यदि आप कोई नई योजना आरंभ करना चाहते हैं, तो अभिजीत या विजय मुहूर्त का लाभ उठाएं।विशेष रूप से, अमृत काल भी किसी पूजा या यात्रा आरंभ के लिए अत्यंत शुभ रहेगा।अतः, आज का दिन धार्मिक कार्यों, निवेश, या नए प्रयासों के लिए उत्तम रह सकता है।  अशुभ मुहूर्त और काल:  🔹 राहुकाल: सुबह 10:37 – दोपहर 12:21 🔹 यमगण्ड काल: दोपहर 3:51 – शाम 5:35 🔹 गुलिक काल: सुबह 8:52 – 10:36 🔹 आडल योग: सुबह 5:23 – रात 11:21 🔹 विडाल योग: रात 11:21 – सुबह 5:23 (14 जून) 🔹 भद्रा काल: सुबह 3:35 – सुबह 5:23 (14 जून) हालांकि, दिन में कई शुभ मुहूर्त हैं, फिर भी राहुकाल और आडल योग के समय किसी भी नए कार्य से परहेज करना चाहिए।इसके अलावा, भद्रा काल में कोई शुभ यात्रा या लेन-देन भी वर्जित माना गया है।अतः, दिन के इन समयों को लेकर सावधानी अत्यंत आवश्यक है। ग्रह गोचर की विशेष स्थिति: 13 जून को रात्रि 9:12 बजे बृहस्पति आर्द्रा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे।यह नक्षत्र राहु से संबंधित है, इसलिए गुरु का यह गोचर जीवन में अप्रत्याशित उतार-चढ़ाव ला सकता है।इस परिवर्तन के प्रभावस्वरूप, धार्मिक, पारिवारिक और वैवाहिक मामलों में नई स्थितियां बन सकती हैं। क्या करें आज:  क्या न करें आज:

“आज का पंचांग 11 जून 2025: ज्येष्ठ पूर्णिमा आज, एक क्लिक में पढ़ें शुभ योग, मुहूर्त और पंचांग”

“आज का पंचांग 11 जून 2025: ज्येष्ठ पूर्णिमा आज, एक क्लिक में पढ़ें शुभ योग, मुहूर्त और पंचांग” आज मनाई जा रही है पावन ज्येष्ठ पूर्णिमा। यह शुभ तिथि भगवान श्रीहरि विष्णु एवं माता लक्ष्मी की आराधना के लिए विशेष मानी जाती है। ऐसी मान्यता है कि जो श्रद्धालु आज के दिन पूरे भक्तिभाव से पूजन, व्रत और जप-तप करते हैं, उन्हें असीम धन-संपदा, सुख-समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति होती है।इस दिन की पूजा न केवल सांसारिक कष्टों को दूर करती है, बल्कि जीवन में शांति और खुशहाली का संचार भी करती है।11 जून 2025 के पंचांग के अनुसार आज के दिन कोई भी कार्य आरंभ करने से पूर्व शुभ और अशुभ समय की जानकारी अवश्य लेनी चाहिए। नीचे आज के प्रमुख मुहूर्त एवं योग दिए जा रहे हैं, जो आपके दिन को सफल और मंगलमय बना सकते हैं। आज का पंचांग – 11 जून 2025 (बुधवार) पंचांग विवरण सूर्योदय एवं सूर्यास्त का समय शुभ मुहूर्त अशुभ समय  आज का नक्षत्र: ज्येष्ठ