
आज का पंचांग: मंगलवार का दिन पंचांग के अनुसार विशेष रूप से धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि और रोहिणी नक्षत्र के योग से यह दिन शुभ कार्यों और व्रतों के लिए अत्यंत उपयुक्त माना गया है। आइए जानते हैं आज का विस्तृत पंचांग और इससे जुड़ी ज्योतिषीय जानकारी:
आज का पंचांग विवरण:
| तत्व | जानकारी |
|---|---|
| तिथि | दशमी (दोपहर 02:40 बजे तक), तत्पश्चात एकादशी |
| पक्ष | कृष्ण पक्ष |
| मास | आषाढ़ |
| वार | मंगलवार |
| नक्षत्र | कृत्तिका (सुबह 09:42 बजे तक), तत्पश्चात रोहिणी |
| योग | वरीयन (दोपहर 04:46 बजे तक), तत्पश्चात परिघ |
| करण | तैतिल (02:40 PM तक), तत्पश्चात गर |
| सूर्योदय | 05:37 AM |
| सूर्यास्त | 07:15 PM |
| चंद्रमा | वृषभ राशि में |
| राहुकाल | दोपहर 03:20 से 04:59 बजे तक |
| गुलिक काल | दोपहर 12:59 से 02:39 बजे तक |
| यमघण्ट काल | सुबह 09:39 से 11:18 बजे तक |
आज के पंचांग की विशेषताएं:
एकादशी तिथि का महत्व:
आज आषाढ़ मास की कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि प्रारंभ हो रही है, जिसे “योगिनी एकादशी” भी कहा जाता है। यह व्रत विशेष रूप से पापों से मुक्ति, स्वास्थ्य लाभ और मोक्ष प्राप्ति के लिए अत्यंत फलदायक माना जाता है। इस दिन व्रत रखने से समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
चंद्रमा की स्थिति:
आज चंद्रमा वृषभ राशि में स्थित है। वृषभ राशि में चंद्रमा मन की स्थिरता, धैर्य और सौंदर्य से संबंधित भावनाओं को प्रबल करता है। यह दिन कला, संगीत और परिवार से जुड़े कार्यों में लाभदायक रहेगा।
नक्षत्र – रोहिणी:
आज सुबह 09:42 बजे के बाद रोहिणी नक्षत्र आरंभ हो रहा है, जो चंद्रमा का अत्यंत प्रिय नक्षत्र है। यह नक्षत्र प्रेम, सौंदर्य और समृद्धि का प्रतीक है। शुभ कार्यों की शुरुआत के लिए यह नक्षत्र अत्यंत शुभ माना जाता है।
दिन के अशुभ मुहूर्त:
- राहुकाल: दोपहर 03:20 से 04:59 बजे तक – इस काल में कोई भी नया कार्य या यात्रा शुरू करने से बचें।
- गुलिक काल: दोपहर 12:59 से 02:39 बजे तक – यह काल भी कुछ कार्यों में बाधा उत्पन्न कर सकता है।
- यमघण्ट काल: सुबह 09:39 से 11:18 बजे तक – धार्मिक अनुष्ठान इस समय टालें।
आज के उपाय और शुभ कार्य:
- भगवान विष्णु और श्रीकृष्ण की पूजा करें।
- एकादशी व्रत का संकल्प लें और निराहार या फलाहार रहें।
- तुलसी के पौधे की पूजा करें, जल अर्पण करें।
- “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का जाप कम से कम 108 बार करें।
- ब्राह्मण या जरूरतमंद को अन्न, वस्त्र और दक्षिणा का दान करें।
शुभ मुहूर्त में करें ये कार्य:
- गृह निर्माण, पूजा आरंभ, यात्रा, संपत्ति क्रय, नया व्यवसाय आरंभ करना।
- किसी शुभ अवसर या संकल्प की शुरुआत।
21 जुलाई 2025 का दिन धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से अत्यंत शुभ है। योगिनी एकादशी का व्रत, रोहिणी नक्षत्र की कृपा और मंगलवार के प्रभाव से यह दिन विशेष फलदायक सिद्ध हो सकता है। जो व्यक्ति व्रत, पूजा और संयम का पालन करता है, उसे निश्चित ही जीवन में उन्नति और आध्यात्मिक शांति प्राप्त होती है।













