
Indore Weather News: मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में इस बार मानसून ने समय पर दस्तक दी और जून महीने में लगभग 5 इंच (लगभग 125 मिमी) बारिश दर्ज की गई। यह आंकड़ा शहर के औसत जून वर्षा कोटे के लगभग बराबर है, जिससे किसानों, पर्यावरणविदों और आम नागरिकों को राहत की सांस मिली है।
मौसम विभाग ने बताया कि जून के अंतिम सप्ताह में हुई लगातार बारिश के कारण शहर के जलाशयों और तालाबों में पानी की स्थिति सुधरी है। इंदौर में सामान्यत: जून में औसतन 130 मिमी तक बारिश होती है, और इस बार अब तक करीब 125 मिमी वर्षा दर्ज की जा चुकी है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, यह वर्षा न सिर्फ शहर के तापमान को नियंत्रित कर रही है, बल्कि कृषि और भूजल स्तर को भी सहारा दे रही है।
बादल छाए, तेज बारिश की संभावना
मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए येलो अलर्ट के अनुसार, सोमवार को भी शहर में बादल छाए रहेंगे और तेज बारिश की संभावना है। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आ रही नम हवाओं के चलते इंदौर समेत पश्चिमी मध्य प्रदेश के जिलों में भारी बारिश का पूर्वानुमान है।
निचले इलाकों में जलभराव की आशंका
तेज बारिश के कारण शहर के निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। नगर निगम ने इस संबंध में पहले ही सतर्कता बरतते हुए ड्रेनेज सिस्टम की सफाई और जरूरी इंतजाम किए हैं। साथ ही नागरिकों से अपील की गई है कि वे अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें और जलभराव वाले क्षेत्रों से दूरी बनाए रखें।
किसानों को मिली राहत
जून की बारिश से इंदौर और आस-पास के क्षेत्रों के किसानों के चेहरे खिले हैं। खेतों की जुताई और बुआई के लिए यह समय बहुत अहम होता है, और समय पर हुई वर्षा से खरीफ फसलों की बुआई में तेजी आई है। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार, यदि जुलाई की शुरुआत में भी इसी तरह की बारिश बनी रही, तो इस वर्ष कृषि उत्पादन बेहतर होने की उम्मीद है।
बारिश के बाद उमस ने किया परेशान
हालांकि, बारिश के बाद शहर में उमस का असर भी देखा गया। सुबह और शाम को हल्की बारिश राहत देती है, लेकिन दिन में धूप और नमी के कारण नागरिकों को गर्मी व चिपचिपाहट का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग ने बताया है कि अगले 48 घंटे में यह स्थिति और अधिक तेज हो सकती है।
नगर निगम और प्रशासन सतर्क
नगर निगम कमिश्नर ने सभी जोनों को अलर्ट पर रखा है और कंट्रोल रूम से लगातार जलभराव की स्थिति पर नजर रखी जा रही है। साथ ही बारिश के दौरान ट्रैफिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस विभाग भी सक्रिय है।
इंदौर में जून में हुई लगभग 5 इंच बारिश न केवल राहत लेकर आई है, बल्कि मानसून की सही शुरुआत का संकेत भी दे रही है। यदि जुलाई में भी इसी तरह बारिश का सिलसिला बना रहा, तो इस साल इंदौर और आस-पास के क्षेत्र कृषि, पर्यावरण और जल प्रबंधन के क्षेत्र में बेहतर स्थिति में होंगे।
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